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जानिए कैसे ठिकाने लग रहा है कालाधन, 6 खास तरीके

हमें फॉलो करें जानिए कैसे ठिकाने लग रहा है कालाधन, 6 खास तरीके
, शुक्रवार, 11 नवंबर 2016 (19:20 IST)
वैसे तो सरकार ने कालेधन को खत्म करने को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है लेकिन कालाधन धारक भी कम शातिर नहीं, अपने जमा धन को सफेद करने के लिए उन्होंने तेजी से दिमाग चलाना शुरू कर दिया है। यहां एक बात गौर करने वाली है कि इस विमुद्रीकरण से पूरे काले धन पर अंकुश लगना मुश्किल है। दरअसल फिलहाल सरकार के इस कदम का प्रभाव सिर्फ नकदी पर है लेकिन इसके अलावा काले धन का कोई और हिस्सा चाहे वह रियल एस्टेट हो, अघोषित सोना और विदेशों में संपत्ति इससे पूरी तरह अछूते हैं।

आइए जानते हैं कुछ खास तरकीबें जो काले धन को सफेद करने में काम आ रही हैं : 
 
नकद में सोना खरीदना : पिछले 2 दिनों से ज्‍वैलर्स की दुकान पर भारी भीड़ उमड़ रही है। यहां हालत यह है कि एक-एक आदमी लाखों रुपए का सोना मुंहमांगी कीमत पर खरीदने को तैयार है। कई जगह तो सोना वास्तविक कीमत से 30-35 प्रतिशत अधिक पर बिक रहा है। बताया जा रहा है कि बड़े आसामियों तो दुकान पर भी नहीं जा रहे और उन्हें सोने की होम डिलेवरी दी जा रही है। वैसे तो 2 लाख रुपए तक की खरीदी पर पैन कार्ड नहीं है लेकिन परिवार के सदस्यों के नाम पर भी बिल बनवा कर नकद खपाया जा रहा है। लेकिन अब इन खरीदियों पर सरकार और आयकर की तीखी नजर है और कैश रजिस्टर और सर्विलांस वीडियो जप्ती का काम जोरों पर है। 
 
विलासिता की वस्तुओं की खरीददारी : पिछले 2 दिनों में महंगे उपकरणों जैसे आईफोन, बड़े और आधुनिक टीवी सहित महंगे वाहनों की बिक्री अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई है। सूत्रों के अनुसार यह खरीददारी अगले कुछ दिनों में और भी बढ़ सकती है। कार डीलर और शोरूम वाले भी इस मौके को भुनाने में पीछे नहीं है और अपनी बैलेंस शीट बढ़ाने में लगे हैं। कई जगह तो एक ही परिवार में 5-6 आईफोन 7 प्लस खरीदे गए। बड़े और लाखों रुपए की कीमत वाले टीवी भी लोगों की पसंद रही। इसी तरह रातों-रात नई नवेली कारें भी खरीदी गई। 
 
दूसरों के अकाउंट का इस्तेमाल : कालाधन धारकों की नजरें इस समय छोटे शहरों-कस्बों और गांवों में रह रहे उन लोगों को ढूंढ रही है जिनके पास बैंक खाता है। अगले 50 दिनों तक करोडों लोग लाइनों में खड़े होकर अपने जन धन खातों में छोटी मात्रा में नकद रकम जमा करेंगे और निकालकर एक तय कमीशन के बाद वापस करेंगे। इसके लिए अभी से बैंकों और पोस्टऑफिसों में दलाल सक्रिय हो चुके हैं।
 
हवाला ऑपरेटर और सूदखोर हुए सक्रिय : इस पाबंदी का भी फायदा उठाने वालों की कमी नहीं है। 20-30 प्रतिशन कमीशन पर हवाला और ब्याजखोर 500 और 1000 के नोटों को ठिकाने लगाने का वायदा कर रहे हैं। हवाला ऑपरेटर कितनी भी बड़ी रकम को ब्‍लैक से व्‍हाइट में करवाने को तैयार है। इतना ही नहीं देश के किसी भी कोने में आप व्‍हाइट मनी ले सकते हैं। लेइसके अलावा कालाधन वाले बेहद कम ब्याज पर रुपए देने का प्रलोभन दे रहे हैं। 
 
हवाई और रेल टिकटों की बुकिंग : अधिक होशियार अपने कालेधन की छोटी रकम को व्‍हाइट करने के लिए रेलवे की टिकटें बुक करने में लग गए, इसका कारण था टिकटों को कैंसल करा कर नकद हासिल करना । एकाएक बड़े नकद व्यवहार और लाखों टिकटों की बुकिंग के बाद रेलवे और एयर इंडिया ने एक तय सीमा के अलावा बुकिंग पर रोक लगा दी और  10 हजार से अधिक के रिफांड को अकाऊंट में देने की शर्त लगा दी है। 

कर्मचारियों को एडवांस पगार दी : इसका एक रूप यह भी देखने को मिला जब कई शहरों में मिल मालिकों, बिल्डरों और अन्य फैक्ट्री वालों ने दरियादिली दिखाते हुए अपने कर्मचारियों को 6 महीनों से भी ज्यादा की एडवांस पगार, मजदूरी दे दी है। हालांकि यह नकद में दी गई है और उनसे इस बाबत लिखवा भी लिया गया है। 
 

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