अहमदाबाद विमान हादसे में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 274 हो गई है। इसमें विमान यात्रियों के अलावा स्थानीय लोग भी शामिल हैं। अभी भी घटनास्थल पर मलबा हटाने का काम तेजी से चल रहा है और करीब 10 मजदूर मलबा हटाने के कार्य में लगे हैं। बता दें लंदन के गैटविक जा रहा एयर इंडिया का विमान बृहस्पतिवार दोपहर अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद एक आवासीय इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों सवार थे। जिनमें से एक ही व्यक्ति हादसे में बच सका। हादसे को हुए 30 घंटे से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन अब तक केवल छह पीड़ितों के शव शिनाख्त के बाद उनके परिवारों को सौंपे गए हैं।
ईंधन में मिलावट : NAL के पूर्व उपनिदेशक सालिग्राम जे. मुरलीधर ने कहा हादसे के पीछे जो एक संभावित कारण दिमाग में आ रहा है, वह ईंधन में मिलावट का है। लेकिन यह सिर्फ एक प्रारंभिक धारणा है। मुरलीधर ने कहा कि अगर ईंधन में मिलावट होगी, तो उससे ईंधन को उतनी ताकत नहीं जिसका कारण विमान सही से उड़ नहीं सका।
क्या पक्षी टकराया विमान से : विमानन विशेषज्ञों के अनुसार, हादसा संभवतः पक्षी के विमान के दोनों इंजनों से टकराने के कारण हुआ। कैप्टन सी.एस. रंधावा (पूर्व डीजीसीए उप प्रमुख) ने बताया, "अहमदाबाद हवाई अड्डे के आसपास पक्षियों की भीड़ रहती है। ईंधन दूषित होना या नियंत्रण प्रणाली जाम होना भी संभावित कारण हो सकते थे। सुरक्षा सलाहकार कैप्टन मोहन रंगनाथन ने हवाई अड्डे के निकट अवैध कसाईखानों और इमारतों की ऊँचाई उल्लंघन को जिम्मेदार ठहराया।
उड़ान के लिए कॉन्फ़िगर था विमान : दुर्घटना का कारण अभी तक बहुत कम ज्ञात होने के साथ, अधिकारियों ने पुष्टि की कि पायलट की कथित तौर पर भयावह 'मेडे' (Mayday) संकटकालीन कॉल के बाद चुप्पी छा गई और हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) से कोई और प्रतिक्रिया नहीं मिली। भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा इंटरसेप्ट किए गए अंतिम प्रसारण में संकट का कारण 'इंजन विफलता' बताया गया। कथित तौर पर एटीसी विमान के रडार से गायब होने से पहले प्रतिक्रिया नहीं दे सका। एक साक्षात्कार में विमानन सुरक्षा सलाहकार जॉन एम. कॉक्स ने कहा कि जांचकर्ता जो सवाल पूछेंगे उनमें से एक यह होगा कि क्या एयर इंडिया का विमान उड़ान के लिए ठीक से कॉन्फ़िगर किया गया था।
स्लैट्स और फ्लैप सही स्थिति में थे या नहीं : हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोई भी निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी, वाशिंगटन डीसी स्थित सेफ्टी ऑपरेटिंग सिस्टम्स के सीईओ ने एपी को बताया कि उड़ान की धुंधली तस्वीरों से पता चलता है कि जांच का एक क्षेत्र यह हो सकता है कि जब विमान चढ़ने का प्रयास कर रहा था तो स्लैट्स और फ्लैप सही स्थिति में थे या नहीं। उन्होंने कहा, "तस्वीर में विमान का अगला हिस्सा ऊपर उठता हुआ और उसका नीचे गिरना जारी दिखता है।" "इससे पता चलता है कि विमान पर्याप्त लिफ्ट (उठाव) नहीं बना पा रहा था।" स्लैट्स और फ्लैप को इस तरह से स्थित होना चाहिए कि पंख कम गति पर अधिक लिफ्ट (उठाव) पैदा करें।
क्या कोई साजिश है : इस सारे अंदेशों के अलावा प्लेन क्रैश में साजिश की बात भी कही जा रही है। क्या यह कोई अंतराष्ट्रीय साजिश हो सकती है। हालांकि इसे लेकर अब तक कोई बयान नहीं आया है, लेकिन सोशल मीडिया में इस बात की भी सुर्खियां बनी हुई है। इसके अलावा शुक्रवार को यानी हादसे के दूसरे दिन एअर इंडिया के ही एक विमान को बम की धमकी मिली है। इस की थाइलैंड में इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। बता दें कि एअर इंडिया की यह विमान AI 379 थाईलैंड के फुकेत से दिल्ली जा रहा था। बम की धमकी मिलने के बाद विमान को थाईलैंड में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। इस फ्लाइट में मौजूद 156 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। विमान ने अंडमान सागर के ऊपर चक्कर लगाने के बाद फुकेत हवाई अड्डे पर वापस लैंड किया। धमकी देने वाले के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है। यह घटना अहमदाबाद दुर्घटना के एक दिन बाद हुई है।
Edited By: Navin Rangiyal