नई दिल्ली। कई वामपंथी श्रमिक संगठनों द्वारा बुधवार को यहां रामलीला मैदान में आयोजित रैली में जुटे सैकड़ों श्रमिकों और किसानों ने भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार द्वारा कथित आजीविका के नुकसान और बुनियादी जरूरतों की अवहेलना के खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन किया।
सेंटर ऑफ ट्रेड यूनियंस (सीटू), अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) और अखिल भारतीय कृषि कामगार यूनियन (एआईए डब्ल्यूयू) की ओर से रामलीला मैदान में बुधवार को मजदूर किसान संघर्ष रैली का आयोजन किया गया था।
एक सामूहिक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि नेताओं ने रैली को संबोधित करते हुए सरकार को चेताया कि यह रैली देश के श्रमिकों की बढ़ती नाराजगी का द्योतक है। बयान में कहा गया है कि सैकड़ों की तादाद में श्रमिकों, किसानों और कृषि कामगारों ने देश के अलग-अलग हिस्सों से इसमें शिरकत की।
बयान में कहा गया है कि रैली में जिन राज्यों से श्रमिक एवं किसान पहुंचे उनमें हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक, असम, त्रिपुरा, मणिपुर, गुजरात शामिल हैं।
श्रमिकों ने सरकार से ऐसी नीतियों की मांग की जो उनके और उनके बच्चों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और एक सम्मानित जीवन तक पहुंच को आसान बनाने वाली हों। फोटो सौजन्य : टि्वटर
Edited By : Chetan Gour (भाषा)