नई दिल्ली। कर्नाटक के आईएएस अधिकारी डीके रवि की मौत की सीबीआई से जांच कराने की मांग गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में उठने पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से ऐसा कहे जाने पर केन्द्र तुरंत इसका आदेश देगा।
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा के प्रहलाद जोशी द्वारा यह मामला उठाए जाने पर सिंह ने कहा कि इस बारे में सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला है और उसने सीबीआई जांच की मांग की थी।
उन्होंने बताया कि उन्होंने इस मांग के बारे में राज्य के मुख्यमंत्री से बात की और उन्होंने कहा कि वे इस मामले में जानकारी ले रहे हैं और दो दिन बाद उन्हें सारी स्थिति से अवगत कराएंगे।
सिंह ने कहा, अगर राज्य सरकार ने सीबीआई जांच के लिए कहा तो केन्द्र तुरंत इस दिशा में कदम उठाएगा। जोशी ने इस मामले को उठाते हुए आरोप लगाया कि यह संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या का मामला लगता है, इसलिए सचाई सामने लाने के लिए सीआईडी की बजाय सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए।
इस मुद्दे पर कर्नाटक से भाजपा सांसदों ने सदन के बाहर संसद भवन परिसर में भी विरोध जताया और सीबीआई जांच नहीं कराने के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार की आलोचना की।
राज्यसभा में शून्यकाल शुरू होते ही भाजपा के बसवा राज पाटिल ने यह मुद्दा उठाते हुए रवि की मौत से जुड़े मामले की पूरी जांच कराए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि मृत आईएएस अधिकारी के माता-पिता भी सीबीआई जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं, ताकि इस पूरे मामले का सच सामने आ सके। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में पूरा विपक्ष इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहा है।
गौरतलब है कि 36 वर्षीय आईएएस अधिकारी रवि का शव गत सोमवार को उनके बेंगलुरु स्थित फ्लैट में पंखे से लटकता हुआ मिला था। पुलिस ने इसे प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला बताया। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच से इंकार करते हुए कहा कि मामले में सीआईडी की केन्द्रीय जांच विभाग की जांच पर्याप्त होगी। (भाषा)