नई दिल्ली। पेट्रोल डीजल के रास्ते आई महंगाई का असर पूरे देश में दिखाई दे रहा है। किराना, सब्जी, दूध, शिक्षा, फुटवेअर और ट्रांसपोर्टेशन आदि सभी चिजों के दाम तेजी से बढ़े हैं। गुरुवार को CNG के दाम 2.5 रुपए प्रति किलो बढ़ गए जबकि PNG की कीमतों में 4.25 रुपए प्रति SCM की बढ़त दर्ज की गई। पिछले 13 दिनों में सीएनजी 10.80 रुपए प्रति किलो महंगी हो चुकी है। हाल ही में पीएनजी की कीमतों में भी करीब 10 रुपए का इजाफा हुआ है।
पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की तुलना में सस्ती होने की वजह से CNG, PNG के प्रति लोगों का रुझान तेजी से बड़ा था। लोगों ने हजारों रुपए लगाकर अपनी कारों में सीएनजी कीट लगवाई। बहरहाल इनके दाम तेजी से बढ़ने से लोग हैरान नजर आ रहे हैं। आइए जानते हैं CNG, PNG के दाम बढ़ने से क्या होगा आप पर असर?
सीएनजी महंगी होने से देश में सीएनजी से चलने वाले वाहनों का किराया भी बढ़ेगा। इसका असर सीएनजी बस, ऑटो से सफर करने वाले लोगों के बजट पर पड़ेगा।
दिल्ली के ऑटो और कैब चालकों ने 18 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की धमकी दी है। दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी ने सरकार से सीएनजी पर 35 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से सब्सिडी देने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांगें पूरी नहीं की गईं तो हम 18 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
औद्योगिक संयंत्रों में भी इस गैस का उपयोग ताप उत्पन्न करने के लिए होता है। इसमें खर्च भी कम आता है तथा प्रदुषण भी कम होता है। बहरहाल उन वस्तुओं की कॉस्टिंग भी बढ़ेगी जिन संयंत्रों में सीएनजी का इस्तेमाल होता है। CNG गैस का उपयोग बिजली के उत्पादन में भी कोयले से भाप उत्पन्न करने की जगह पर इस गैस का उपयोग किया जाता है।
सीएन की तरह ही पीएनजी भी एक नेचरल गैस है। इस नेचुरल गैस को उद्योगों या घर तक पाइप के जरिये पहुंचाया जाता है। इसका इस्तेमाल घर में खाना बनाने में भी होता है। जिन घरों में खाना बनाने में पीएनजी का इस्तेमाल किया जाता है अब वहां का बजट भी गड़बड़ाएगा।