आयकर विभाग ने वित्त वर्ष 2014-15 के लिए संभावित कर देनदारी के बावजूद आयकर रिटर्न न भरने वाले लोगों की पहचान की है। विभाग ने ऐसे लोगों की पहचान के लिए नॉन-फाइलर मॉनीटरिंग सिस्टम (एनएमएस) शुरू किया था। सिस्टम के तहत आयकर न भरने वाले की पहचान एआईआर, सीआईबी और टीडीएस/टीसीएस डेटाबेस में उपलब्ध जानकारियों के विश्लेषण करने के बाद किया गया। विश्लेषण का काम केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के प्रणाली निदेशालय द्वारा किया गया।
आयकर विभाग ने पांच चरण की जानकारियों को मिलाने के बाद आयकर रिटर्न न भरने वाले 67.54 लाख लोगों की पहचान की है। ये वो लोग हैं जिन्होंने वित्त वर्ष 2014-15 के दौरान बड़ी राशि वाले लेन-देन तो किए हैं, लेकिन संबंधित वर्ष 2015-16 के लिए आयकर रिटर्न नहीं भरे हैं।
आयकर रिटर्न न भरने वाले इन लोगों को संबंधित सूचना आयकर विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल पर उपलब्ध करा दी गई है। संबंधित व्यक्ति इनकम टैक्स की वेबसाइट पर अपने पैन कार्ड द्वारा लोग इन कर जानकारी ले सकता है। पैन धारक इलेक्ट्रॉनिक ढंग से अपना जवाब भी पेश कर सकता है।
चूंकि सरकार ने समस्त करदाताओं से अपनी वास्तविक आय का खुलासा कर टैक्स अदा करने का आग्रह किया है, इसी के मद्देनजर आयकर विभाग ने आयकर रिटर्न न भरने वालों का पता लगाने का क्रम काफी तेज कर रखा है और यह तब तक जारी रहने की उम्मीद है जब तक कि आयकर रिटर्न न भरने वाले समस्त संभावित लोगों को इसके दायरे में ला दिया जाए।