नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद बैंकों में बड़ी संख्या में पुराने नोट जमा कराने वालों के विरुद्ध आयकर विभाग, केंदीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं और अब इस तरह के 400 से अधिक मामलों की जांच कर 130 करोड़ रुपए से अधिक की नकदी और आभूषण जब्त किए हैं तथा करदाताओं से इस दौरान करीब दो हजार करोड़ रुपए की अघोषित आय का खुलासा किया है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) आयकर कानून के दायरे से बाहर गंभीर अनियमितता पाए जाने वाले मामलों को प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय जांच ब्यूरो को भेज रहा है ताकि वे इन मामलों की आपराधिक पृष्ठभूमि में जांच कर त्वरित कार्रवाई कर सके। अब 30 मामले इन दोनों एजेंसियों को भेजे जा चुके हैं।
सीबीडीटी के अनुसार आयकर विभाग की बेंगलूरु जांच इकाई ने सबसे अधिक 18 मामले प्रवर्तन निदेशालय को भेजे हैं। इन मामलों में आयकर विभाग ने 2 हजार रुपए के नोट जब्त किए हैं। मुंबई इकाई ने 80 लाख रुपये के दो हजार रुपये के नए नोट मिलने के मामले को निदेशालय को भेजा है। इसी तरह से लुधियाना इकाई ने दो मामले भेजे हैं जिनमें 14 हजार डॉलर और 72 लाख रुपए नकद मिले थे। हैदराबाद इकाई ने टाटा इंडिका कार में यात्रा कर रहे पांच लोगों से 95 लाख रुपए मिलने के मामले को निदेशालय को भेजा है।
इसी तरह से पुणे इकाई ने एक मामला भेजा है जिसमें कुल 20 लाख रुपए जब्त किए गए थे। इसमें एक मामला शहरी सहकारी बैंक के एक गैर आवंटित लॉकर में से 10 लाख रुपए के नए नोट मिलने का भी है। यह लॉकर बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के कब्जे में था।
भोपाल इकाई ने दो मामले भेजे हैं जो ज्वेलरों के विरुद्ध है। उनके विरुद्ध पूर्व तिथि से बिल जारी करने और पैन रिपोर्टिंग नियम के उल्लंघन के आरोप हैं। दिल्ली इकाई ने जो मामले भेजे हैं उनमें एक्सिस बैंक की कश्मीरी गेट शाखा वाला मामला भी शामिल है। इस शाखा के दो प्रबंधकों पर गलत तरीके से नए नोट बदलने के आरोप है। (वार्ता)