नई दिल्ली। इस्पात की वस्तुएं बनाने और उनका कारोबार करने वाले ओडिशा के एक औद्योगिक समूह के खिलाफ आयकर विभाग के छापों में 170 करोड़ रुपए की काली कमाई का पता चला है और कुछ सीधे-सादे दिहाड़ी मजदूरों के नाम निदेशक के तौर पर दर्ज होने की बात भी सामने आई है।
इस समूह के परिसर राउरकेला और इसके आसपास हैं। आयकर विभाग ने 3 दिसंबर को इन परिसरों पर छापे मारे थे। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान में कहा कि समूह की इकाइयां 17 बोगस कंपनियों के नाम पर 2 वित्तीय वर्ष से करीब 170 करोड़ रुपए की फर्जी खरीद दिखा रही थीं।
सीबीडीटी ने उन कंपनियों के नाम नहीं बताए लेकिन कहा कि सभी 17 कंपनियों ने बयानों में कबूल किया है कि उनके नाम पर हो रहे इस तरह के कारोबार की उन्हें जानकारी नहीं थी। (भाषा)