नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच नौवें दौर की कॉर्प्स-कमांडर स्तरीय बातचीत रविवार को होगी। इस बैठक का लक्ष्य पूर्वी-लद्दाख में 9 महीने से जारी तनाव का कोई समाधान निकालना है।
यह बैठक भारत के चुशूल सेक्टर के सामने, चीन की तरफ मोल्डो में होगी। भारतीय सेना की तरफ से लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन नेतृत्व करेंगे, जबकि चीन का नेतृत्व पीएलए-सेना के दक्षिणी झिंगज्यांग डिस्ट्रिक के कमांडर करेंगे। इस बैठक में दोनों पक्षों के बीच एक लिखित समझौता होने की भी उम्मीद जताई जा रही है।
गौरतलब है कि दोनों पक्षों के बीच आखिरी सैन्य बैठक 6 नवंबर को हुई थी जिसमें भारत ने स्पष्ट रूप से चीन को अपने सैनिक पीछे हटाने के लिए कहा था।
18 दिसंबर, 2020 को विदेश मंत्रालय स्तर की वार्ता में दोनों देशों ने कहा था कि वो वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ सभी तनाव वाले स्थानों से सैनिकों की वापसी सुनिश्चित करने की दिशा में काम जारी रखने को तैयार हैं।
उल्लेखनीय है कि 15 जून 2020 को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद से ही LAC पर दोनों देशों में विवाद गहरा गया है। इस झड़प में 20 भारतीय सैनिक मारे गए थे, जबकि चीन के भी कई सैनिकों की मौत हो गई थी।