नई दिल्ली। भारत ने शुक्रवार को कहा कि मसूद अजहर को काली सूची में डालने का मुद्दा केवल पाकिस्तान से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का हिस्सा है।
भारत का यह बयान चीन के मसूद अजहर पर दिए गए उस बयान के बाद आया है जिसमें कहा गया था कि अभी इस पर सहमति नहीं बनी है और जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख का नाम संयुक्त राष्ट्र की काली सूची में शामिल करने के प्रस्ताव को तकनीकी आधार पर रोका गया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने यहां बताया कि भारत ने यह प्रस्ताव नहीं रखा था बल्कि इस बार यह प्रस्ताव 3 देशों- अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की ओर से रखा गया था। उन्होंने कहा कि हम यह नहीं मानते कि यह केवल भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दा है बल्कि यह आतंकवाद के खिलाफ एक वैश्विक मुद्दा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि चीन इस दृष्टिकोण को जरूर समझेगा। (वार्ता)