नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी प्रमुख सैयद हैदर शाह को तलब कर जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी सेना की ओर से संघर्ष विराम का उल्लंघन कर नियंत्रण रेखा पर की गई गोलीबारी पर कड़ा विरोध जताया है।
विदेश मंत्रालय ने शनिवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा, भारत पाकिस्तानी सेना की ओर से जानबूझकर निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाकर किए गए हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता है।दरअसल, पाकिस्तान की सेना ने बिना किसी उकसावे के संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए शुक्रवार रात को जम्मू-कश्मीर में पुंछ जिले के गुलपुर सेक्टर में नियंत्रण रेखा के नजदीक स्थित गांवों को निशाना बनाकर गोलीबारी की जिसमें एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई।
पाकिस्तानी सेना की ओर से की गई इस गोलीबारी में मोर्टार का एक गोला मोहम्मद रफीक नामक एक ग्रामीण के घर पर आकर गिरा। मोर्टार का गोला गिरने से घर में विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई जिसके कारण मोहम्मद रफीक (58) उनकी पत्नी रफिया बी (50) और बेटे इरफान (16) की मौके पर ही मौत हो गई।
भारत ने इसके अलावा पाकिस्तान की ओर से आतंकवादियों को भारतीय सीमा में घुसपैठ कराने की उसकी कोशिश पर भी कड़ा विरोध जताया। पाकिस्तान की ओर से इस वर्ष अब तक 2711 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जा चुका है जिसमें कम से कम 21 भारतीय नागरिकों की मौत हो चुकी है जबकि 94 अन्य घायल हुए हैं।
इससे पहले गत माह भी भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी प्रमुख को तलब कर इस्लामाबाद में भारतीय मिशन के दो अधिकारियों का अपहरण कर उन्हें यातनाएं देने का कड़ा विरोध दर्ज कराया था।
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच 2003 में एक समझौता हुआ था जिसके तहत दोनों देशों को नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम का पालन करना होगा।(वार्ता)