मणिपुर के इम्फाल के पास यूएफओ देखे गए हैं। भारतीय वायु सेना ने ये यूएफओ देखे हैं। इस घटना के बाद भारतीय वायु सेना ने इनकी खोज के लिए 2 राफेल लड़ाकू विमानों को उतारा है। यूएफओ की खोज के मकसद से भारतीय सेना ने ये राफेल लड़ाकू विमान भेजे हैं।
हवाई सेवाएं भी बाधित रहीं। : बता दें कि रविवार को मणिपुर की राजधानी इंफाल में आसमान में यूएफओ (अज्ञात उड़ने वाली चीज) देखे जाने का दावा किया गया था। जिसके बाद भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने इस यूएफओ का पता लगाने के लिए उड़ान भरी। हालांकि यूएफओ का कुछ पता नहीं चल सका। यूएफओ देखे जाने के चलते इंफाल एयरपोर्ट पर काफी देर तक हवाई सेवाएं भी बाधित रहीं। वायुसेना घटना की जांच भी कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि इस वजह से दो उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया गया और तीन अन्य ने देरी से उड़ान भरी। सेवाएं करीब तीन घंटे बाद सामान्य हो सकीं।
दो उड़ानों में बदलाव : हवाई अड्डे के निदेशक चिपेम्मी कीशिंग द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, इम्फाल नियंत्रित हवाई क्षेत्र के भीतर एक अज्ञात उड़ती वस्तु देखे जाने के कारण दो उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया गया है और तीन उड़ानों के प्रस्थान समय में विलंब हुआ है। सक्षम प्राधिकारी से मंजूरी मिलने के बाद उड़ान संचालन शुरू हुआ। हवाई यातायात नियंत्रण(एटीसी) के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें अपराह्न ढाई बजे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) से एक संदेश मिला, जिसमें बताया गया कि हवाई अड्डे के पास एक यूएफओ पाया गया है।
पश्चिम की ओर बढ़ता दिखा यूएफओ : अधिकारी ने कहा, शाम चार बजे तक यूएफओ नग्न आंखों से हवाई क्षेत्र के पश्चिम की ओर बढ़ता हुआ दिखाई दिया। जिन उड़ानों के मार्ग में परिवर्तन किया गया, उनमें कोलकाता से इंडिगो की एक उड़ान भी शामिल थी, जिसे शुरू में ओवरहेड होल्ड करने का निर्देश दिया गया था और 25 मिनट के बाद इसे गुवाहाटी की ओर मोड़ दिया गया। पहले से ही उड़ान भर चुके किसी विमान को एक निर्दिष्ट हवाई क्षेत्र में रखते हुए विलंबित करने के लिए ओवरहेड होल्ड करने का निर्देश दिया जाता है। देरी से उड़ान भरने वाले विमान करीब तीन घंटे देरी से मंजूरी मिलने के बाद इम्फाल हवाईअड्डे से रवाना हुईं।
Edited By : Navin Rangiyal