नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने चीनी सीमा पर बढ़ते खतरे के मद्देनजर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। इसके लिए भारतीय सेना की 6 डिवीजनों को स्थानांतरित कर दिया है जो पहले आतंकवाद विरोधी भूमिकाओं में और पाकिस्तान के मोर्चे की देखभाल करने के लिए तैनात थी।
भारतीय थल सेना के नए अध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने हाल ही में वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर चीन को साफ संदेश दे दिया था कि गलत हरकत बर्दाश्त नहीं होगी। इसी कड़ी में भारतीय सेना ने लद्दाख सेक्टर से सेना के छह डिवीजन सैनिकों को वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास स्थानांतरित कर दिया है। एएनआई की खबर के मुताबिक चीन सीमा पर अब तक 35 हजार सैनिक शिफ्ट किए जा चुके हैं।
खबरों के मुताबिक इनमें से कुछ सैनिक आतंकवाद विरोधी भूमिकाओं में सक्रिय थे। राष्ट्रीय राइफल्स से एक डिवीजन को भी जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद विरोधी भूमिकाओं से हटा दिया गया था और अब इन्हें पूर्वी लद्दाख सेक्टर में तैनात किया गया है।
इसी तरह तेजपुर स्थित गजराज कोर के तहत असम स्थित एक डिवीजन को उग्रवाद विरोधी भूमिका से हटा दिया गया है। अब इसका काम पूर्वोत्तर में चीन की सीमा की देखभाल करना है।