मुंबई। भारत ने कुछ अंकुशों के साथ ब्रिटेन के लिए शुक्रवार से उड़ानें फिर शुरू कर दी हैं। वहीं, ज्यादातर लोग नए कारोनावायरस (Coronavirus) के संक्रमण वाले देशों से उड़ानों को निलंबित रखे जाने के पक्ष में हैं। ब्रिटेन में कोविड-19 वायरस की नई किस्म के बाद भारत ने करीब एक पखवाड़े तक वहां के लिए उड़ानों को स्थगित कर दिया था।
ऑनलाइन मंच लोकल सर्किल्स के शुक्रवार को जारी एक सर्वे में कहा गया है कि ज्यादातर लोग नए वायरस स्ट्रेन वाले देशों से उड़ानों पर प्रतिबंध चाहते हैं। यह सर्वे देश के 207 जिलों में 8,000 नागरिकों के बीच किया गया।
उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी बृहस्पतिवार को केंद्र से भारत और ब्रिटेन के बीच उड़ानों को 31 जनवरी तक निलंबित रखने को कहा है। केंद्र सरकार ने 23 दिसंबर को ब्रिटेन से उड़ानों का निलंबित कर दिया था और बाद में इस निलंबन को 8 जनवरी तक के लिए बढ़ाया था।
कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन बी.1.1.7 मिलने के बाद भारत ने भी आयरलैंड, जर्मनी, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड और बेल्जियम की तर्ज पर ब्रिटेन के लिए जाने- आने वाली उड़ानों को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया था। भारत में अब तक ब्रिटेन से लौटे 82 लोग नए स्ट्रेन से संक्रमित पाए गए हैं।
लोकल सर्किल्स ने कहा कि यह सर्वे 22 दिसंबर को भारत द्वारा ब्रिटेन के लिए उड़ानें स्थगित करने की घोषणा से दो दिन पहले किया गया। सर्वे में शामिल 50 प्रतिशत लोगों ने ब्रिटेन और अन्य देशों से बबल उड़ानों को भी स्थगित करने का सुझाव दिया।
सरकार ने 8 जनवरी से बबल अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर शुरू करने की घोषणा की है। लोकल सर्किल्स ने लोगों की नब्ज टटोलने के लिए एक और सर्वे किया है, जिसके जरिए यह जानने का प्रयास किया गया है कि इन 15 दिन में उनकी राय में बदलाव तो नहीं हुआ है। (भाषा)