नई दिल्ली/ पुखरायां। उत्तरप्रदेश के कानपुर देहात जिले में रविवार तड़के 19321 इंदौर-राजेन्द्रनगर पटना एक्सप्रेस की भीषण दुर्घटना के बाद रेलवे के राहत एवं बचाव अभियान रविवार शाम तक पूरा हो जाएगा और रेल संरक्षा आयुक्त (पूर्वी क्षेत्र) सोमवार से हादसे की जांच शुरू कर देंगे।
रेलवे बोर्ड में सदस्य (यातायात) मोहम्मद जमशेद ने यहां बताया कि दुर्घटना में 97 यात्री मारे गए हैं और 91 घायल हैं। उन्होंने बताया कि रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं और रेलमंत्री सुरेश प्रभु भी वहां पहुंचने वाले हैं।
हालांकि उत्तरप्रदेश पुलिस के अनुसार मृतकों की संख्या 105 हो चुकी है। कानपुर परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक राजेश मोदक ने पुखरायां में यह जानकारी दी। यह हादसा सुबह 3 बजकर 10 मिनट पर हुआ और उस समय सभी यात्री गहरी नींद में सो रहे थे। दुर्घटना में कुल 14 डिब्बे ट्रेन के बी-3, बीई, एस-वन, एस-टू कोच बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं और ज्यादातर जान-माल का नुकसान इन 4 डिब्बों में हुआ है।
उन्होंने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त कोचों से लगभग सभी यात्रियों को निकाल लिया गया है और घायलों को स्थानीय एवं आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। 2 कोचों को गैस कटर और कोल्ड कटर से काटा जा रहा है ताकि पता चल सके कि उनमें कोई यात्री तो नहीं फंसा है।
जमशेद ने बताया कि घटनास्थल से एक विशेष ट्रेन में मामूली रूप से चोटिल और बाकी यात्रियों को कानपुर लाया गया, जहां उन्हें उन्नत चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराई गई है। वहां से यात्रियों को उसी गाड़ी में आगे उनके गंतव्य तक ले जाया जाएगा। दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी लखनऊ-फैजाबाद होकर वाराणसी एवं पटना जाती है। अगर लखनऊ एवं फैजाबाद के यात्री नहीं हुए तो गाड़ी को कानपुर से सीधे वाराणसी और पटना ले जाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि झांसी-कानपुर इकहरी एवं विद्युतीकृत लाइन है और इस लाइन के दोहरीकरण का काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि हादसे के कारण 6 गाड़ियां रद्द की गई हैं और 13 गाड़ियों का मार्ग बदला गया है। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त डिब्बों को हटाने एवं ट्रैक दुरुस्त करने का काम शुरू हो गया है और उम्मीद जताई कि यातायात शुरू करने के लिए 36 घंटे में रास्ता साफ हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि दुर्घटना के कारणों की जांच का जिम्मा रेल संरक्षा आयुक्त (पूर्वी क्षेत्र) को सौंपा गया है और वे कोलकाता से घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। रेल संरक्षा आयुक्त सोमवार को घटनास्थल पर पहुंचेंगे और सोमवार से ही जांच शुरू कर देंगे। जांच की प्राथमिक रिपोर्ट 3 सप्ताह में और अंतिम रिपोर्ट कुछ माह बाद आने की संभावना है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह भी बताया कि दुर्घटना के बाद उनकी उस ट्रेन के लोको पायलट और गार्ड दोनों से बात हुई है। लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और गार्ड ने अनेक घायल यात्रियों को निकालने एवं चिकित्सीय मदद मुहैया कराने में सहायता की है।
दुर्घटना के कारण जिन गाड़ियों को रद्द किया गया है, वे हैं-
11109/11110 झांसी-लखनऊ-झांसी इंटरसिटी एक्सप्रेस
15030 पुणे-गोरखपुर एक्सप्रेस
51803/51804 झांसी-कानपुर-झांसी पैसेंजर
51813/51814 झांसी-लखनऊ-झांसी पैसेंजर
जिन गाड़ियों को परिवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा है, वे इस प्रकार हैं-
आगरा-टुंडला-कानपुर के मार्ग से
12522 एर्नाकुलम-बरौनी एक्सप्रेस
12542 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस
12107 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-लखनऊ एक्सप्रेस
कानपुर-खैरार-झांसी के मार्ग से
19167 अहमदाबाद-वाराणसी साबरमती एक्सप्रेस
12104 लखनऊ-पुणे एक्सप्रेस
12511 गोरखपुर-तिरुवनंतपुरम एक्सप्रेस
12541 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस
12183 भोपाल-प्रतापगढ़ एक्सप्रेस
12533 लखनऊ-छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पुष्पक एक्सप्रेस
झांसी-बांदा-मानिकपुर-इलाहाबाद के रास्ते
11124 ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस
11015 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस
11016 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस
11123 बरौनी-ग्वालियर एक्सप्रेस
झांसी-ग्वालियर-इटावा-कानपुर के मार्ग से
12534 छत्रपति शिवाजी टर्मिनस-लखनऊ पुष्पक एक्सप्रेस (इस ट्रेन को उरई से वापस झांसी लाकर ग्वालियर-भिंड-इटावा मार्ग से कानपुर एवं लखनऊ ले जाया गया।)
स्टेशनों पर हेल्पलाइन स्थापित की गई हैं, जो इस प्रकार हैं :
इलाहाबाद- 05321072, झांसी- 05101072, उरई- 051621072, कानपुर- 05121072, पुखरायां- 05113-270239, इंदौर- 07311072, उज्जैन- 07342560906, रतलाम- 074121072, पटना- 06122202290/91/92, मुगलसराय- 05412251258, हाजीपुर- 06224272230, रेलवे नंबर 02583288।
19321 डाउन इंदौर-राजेन्द्रनगर पटना एक्सप्रेस समय से करीब सवा घंटे विलंब से चल रही थी। यह गाड़ी झांसी से शनिवार रात समय से 33 मिनट विलंब से 11 बजकर 55 मिनट पर रवाना हुई थी और उरई स्टेशन से 1 घंटा 21 मिनट देरी से तड़के 2 बजकर 4 मिनट पर रवाना हुई थी और पुखरायां के समीप 3 बजकर 5 मिनट पर उसके 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। उल्लेखनीय है कि झांसी-कानपुर रेल लाइन के दोहरीकरण का काम तेजी से चल रहा है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस रेल हादसे पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। रेलमंत्री सुरेश प्रभु घटनास्थल गए हैं। प्रधानमंत्री, रेल मंत्रालय तथा उत्तरप्रदेश एवं मध्यप्रदेश की राज्य सरकारों ने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए अलग-अलग अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। (वार्ता)