देश में एक बार फिर से संक्रमण जनित बीमारी H3N2 इन्फ्लूएंजा के मामलों ने दहशत में डाल दिया है। अब इन्फ्लूएंजा की वजह से पहली बार देश में मौत की खबर सामने आई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में हेल्थ मिनिस्ट्री के सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि हरियाणा और कर्नाटक में इन्फ्लुएंजा के मरीजों की मौत हुई है। बता दें कि देश में अभी तक H3N2 के 90 केस सामने आए हैं।
इसी बीच AIIMS के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि यह बीमारी कोरोनावायरस (Coronavirus) की तरह ही देश में पसर रही है। यानी इसके फैलने का पैटर्न कोरोना वायरस की तरह है। उन्होंने कहा कि पहले एक महामारी H1N1 वायरस देखने को मिला था। अब इसका सर्कुलेटिंग स्ट्रेन H3N2 है, इसलिए यह एक सामान्य इन्फ्लूएंजा स्ट्रेन है।
डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि इस वायरस के मामलों में बुखार, गले में खराश, खांसी, शरीर में दर्द और नाक बहने के रोगी सामने आ रहे हैं। ऐसे में गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को अधिक सावधान रहने की जरूरत है। ऐसे लोग एहतियात के तौर पर मास्क पहनें, बार-बार हाथ धोएं। इसके अलावा फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाए रखें। इससे बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं के संक्रमित होने का सबसे ज्यादा खतरा बना हुआ है।
Influenza virus H3N2: क्या हैं लक्षण?
इन्फ्लूएंजा के मामलों में बुखार के साथ गले में खराश, खांसी, शरीर में दर्द और नाक बहने जैसे लक्षण दिखते हैं। यह वायरस म्यूटेट हो चुका है और लोगों में इसके प्रति इम्यूनिटी भी कम हुई है, यही वजह है कि यह तेजी से फैल रहा है। कुछ मामलों में खांसी, मतली, उल्टी, गले में खराश, बुखार, शरीर में दर्द और दस्त के लक्षण भी नजर आए हैं।
Influenza virus H3N2: कैसे फैलता है?
दरअसल कुछ साल पहले H1N1 वायरस की वजह से महामारी शुरू हुई थी। H3N2 उसी वायरस का नया स्ट्रेन है, इसलिए यह एक आम इन्फ्लूएंजा का स्ट्रेन है। फिलहाल यह इसलिए फैल रहा है क्योंकि वायरस म्यूटेट हुआ है। इसके साथ ही लोगों में इस नए स्ट्रेन के को लेकर इम्यूनिटी कुछ कम है।
Influenza virus H3N2: कैसे करें बचाव?
डॉक्टरों और विशेषज्ञों के मुताबिक इस वायरस के केस दो वजहों से बढ़ रहे हैं। पहला मौसम में लगातार बदलाव होना। मसलन, कभी ठंडा तो कभी गर्म। इस वजह से इन्फ्लूएंजा का खतरा बढ़ता है और दूसरा कोविड के बाद से लोगों ने मास्क पहनना बंद कर दिया है। ऐसे में वायरस से बचने के लिए भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क जरूर पहनना चाहिए और सोशल डिस्टेंस बनाएं रखें। जबकि बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग इन्फ्लूएंजा की वैक्सीन भी लगवा सकते हैं।
क्या है ICMR की गाइडलाइन?
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इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की गाइडलाइन के मुताबिक
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फेस मास्क पहनें और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें
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हाथों को नियमित रूप से पानी और साबुन से धोते रहें।
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नाक और मुंह छून से बचें।
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खांसते या छींकते समय नाक और मुंह को अच्छी तरह कवर करें।
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खुद को हाइड्रेट रखें, पानी के अलावा फ्रूट जूस या अन्य पेय पदार्थ लेते रहें।
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बुखार आने की स्थिति में पैरासिटामोल लें।
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कोरोना के पैटर्न में फैल रहा Influenza virus H3N2
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कमजोर इम्यूनिटी वालों को ज्यादा है फ्लू का खतरा, इम्यूनिटी डेवलेप करें।
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बुर्जुगों, गर्भवती महिलाएं, बच्चे और पहले से बीमार लोग रहे सतर्क।
Edited: By Navin Rangiyal