बेंगलुरु। तेलुगू हॉरर फिल्म 'अरुंधति' में 'मुक्ति' की तरह आत्मदाह करने वाले एक युवक ने यहां एक सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया।युवक ने लगभग 2 दर्जन बार यह फिल्म देखी थी। उसके माता-पिता उसे ऐसा करने से रोकते थे।
युवक के परिवारवालों ने यह जानकारी दी। तुमकुरु जिले के मधुगिरी तालुक के एक गांव के 23 वर्षीय रेणुका प्रसाद ने लगभग दो दर्जन बार यह फिल्म देखी थी। उसके माता-पिता उसे ऐसा करने से रोकते थे, लेकिन उसने कभी उनकी सलाह पर ध्यान नहीं दिया। युवक ने 12वीं कक्षा की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी।
सूत्रों ने कहा, जिस तरह फिल्म के केंद्रीय किरदार को आत्मदाह के बाद मुक्ति मिली, प्रसाद ने भी गांव के बाहरी इलाके में अपने शरीर पर लगभग 20 लीटर पेट्रोल छिड़ककर वही कार्य करने की कोशिश की।
कुछ राहगीरों ने आग की लपटों में घिरे युवक को पास के अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में युवक को यहां विक्टोरिया अस्पताल लाया गया जहां बुधवार को उसकी मौत हो गई। प्रसाद ने एक वीडियो भी बनाया जिसमें उसने पिता से कहा कि आत्मदाह करने के बाद उसे मुक्ति मिलेगी।(भाषा)