वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर इन दिनों पीएम मोदी की जमकर तारीफ कर रहे हैं। मोदी के कट्टर विरोधी माने जाने वाले थरूर के रवैए में आए इस बदलाव से कई लोग हैरान है। चिदंबरम मामले के बाद बदले-बदले से नजर आ रहे थरूर को देख यह सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या थरूर मोदी-शाह से डर गए हैं।
थरूर ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री अगर सही काम कर रहे हैं तो उनकी प्रशंसा होनी चाहिए। केरल कांग्रेस में इस बयान से हड़कंप मच गया और उन्हें नोटिस जारी कर दिया गया। इस पर सफाई में उन्होंने कहा कि मैं मोदी सरकार का मुखर आलोचक रहा हूं और उम्मीद करता हूं कि मैं सकारात्मक आलोचक रहा हूं।
उन्होंने कहा कि मोदी ने पूरे देश में 2014 के 31 प्रतिशत के मुकाबले भाजपा का मत प्रतिशत 37 प्रतिशत तक पहुंचा दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को समझना चाहिए कि उसे महज 19 फीसदी वोट ही क्यों मिले। उन्होंने प्रशंसा करने लायक बहुत कम काम किया है पर देशभर में अपना वोट प्रतिशत बढ़ाने में जरूर सफल रहे हैं।
माना जा रहा है कि थरूर ने चिदंबरम मामले से सबक सीखा है। उन्हें इस बात का भी डर सता रहा है कि अगर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार के खिलाफ अपने तेवर नरम नहीं किए तो उन पर भी शिकंजा कस सकता है। कहा जा रहा है कि इसलिए वह बार बाद मोदी की तारीफ कर रहे हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता चिंदबरम पर INX मीडिया मामले को लेकर सीबीआई और ईडी ने शिकंजा कस रखा है। वह फिलहाल सीबीआई हिरासत में है जबकि ईडी भी उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हिरासत में लेकर पूछताछ करने को बेकरार है।
उल्लेखनीय है कि थरूर की पत्नी सुनंदा 2014 में एक होटल के कमरे में मृत मिली थीं। शादीशुदा जीवन में चल रहे टकराव के चलते सुनंदा मानसिक तनाव में थीं। सुनंदा थरूर की मौत के मामले में शशि पर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने हाल ही कोर्ट में अपने बयान में कहा था कि सुनंदा पुष्कर के शव पर चोट के 15 निशान थे।
पुलिस ने शशि थरूर पर उनकी पत्नी सुनंदा को परेशान करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री फिलहाल इस मामले में जमानत पर हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 31 अगस्त को होगी।