चेन्नई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अपने सबसे भारी और शक्तिशाली भारतीय संचार उपग्रह जीएसएलवी मार्क-3 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण केन्द्र से 5 जून को छोड़ेगा। इसरो द्वारा निर्मित यह अब तक का सबसे वजनी सेटेलाइट है, जिसका वजन 3,136 किलो है। इस सेटेलाइट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे और रॉकेट के मुख्य और सबसे बड़े क्रायोजेनिक इंजन को इसरो के वैज्ञानिकों ने भारत में ही विकसित किया है। इसे 5 जून को शाम 4 बजकर 28 मिनट पर लांच किया जाएगा।
अंतरिक्ष तकनीक में बड़ा बदलाव लाने वाले मिशन के तौर पर देखे जा रहे जीएसएलवी मार्क-3 के सफल परीक्षण के साथ ही अब भारत दूसरे देशों पर निर्भर हुए बिना बड़े उपग्रहों का देश में ही प्रक्षेपण कर सकता है। इसरो के सूत्रों ने बताया कि जीएसएलवी- मार्क 3 की चार टन के उपग्रह को ले जाने की क्षमता है। (वार्ता)