नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को बताया कि देश में नवंबर महीने में 645 बार भारी बारिश हुई और 168 बार बहुत भारी बारिश हुई, जो पिछले 5 वर्षों में इस महीने में सर्वाधिक है। इस महीने में 11 बार अत्यधिक भारी बारिश (204.4 मिमी से अधिक) हुई, जो पिछले साल के आंकड़े के बराबर है। देश में 2019, 2018 और 2017 में क्रमश: शून्य, 4 और एक बार अत्यधिक भारी बारिश हुई।
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार देश में नवंबर महीने में 645 बार भारी बारिश (64.5 मिमी से 115.5 मिमी) और 168 बार भारी बारिश (115.6 मिमी से 204.5 मिमी) बारिश हुई, जो पिछले 5 वर्षों में सबसे अधिक है। प्रायद्वीपीय भारत में अत्यंत भारी बारिश से लेकर बहुत भारी बारिश हुई जिसकी वजह से आंध्रप्रदेश में 44, तमिलनाडु में 16 और कर्नाटक में 15 और केरल में 3 लोगों की मौत हो गई।
मौसम विभाग ने बताया कि नवंबर में सामान्य बारिश 30.5 मिमी की तुलना में 56.5 मिमी बारिश हुई यानी 85.4 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई। प्रायद्वीपीय भारत में 160 प्रतिशत ज्यादा बारिश (232.7 मिमी) हुई। अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष नवंबर में 5 बार कम दबाव के क्षेत्र वाली प्रणाली बनी जबकि औसत 2.4 है। इसका कारण प्रायद्वीपीय भारत में भारी बारिश है।
प्रायद्वीपीय भारत में मौसम विज्ञान विभाग के 5 संभाग हैं- तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्रप्रदेश और यानम, रायलसीमा, केरल और माहे तथा दक्षिण दूरवर्ती कर्नाटक। आईएमडी का कहना है कि क्षेत्र में दिसंबर में सामान्य से अधिक बारिश (लंबी अवधि के औसत से 132 फीसदी अधिक) होने की संभावना है। 1961 से 2010 तक के आंकड़े के अनुसार प्रायद्वीपीय भारत में लंबी अवधि की बारिश का औसत दिसंबर में 44.54 मिलीमीटर है।