देश के वीर सैनिक विपरीत परिस्थितियों में देश की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। चाहे ठंड हो, बारिश हो या रेगिस्तान की तपती रेत, बिना जोखिम की परवाह किए वे देश की रक्षा के लिए चौकन्ने रहते हैं। एक ऐसा ही बल है भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP)।
इस बल के वीर जाबांजों ने उत्तराखंड के औली में 11,000 फुट की ऊंचाई पर मार्शल आर्ट का अभ्यास किया। भीषण ठंड और बर्फ के बीच नंगे बदन बर्फीले मौसम में जाबांजों ने अपनी साहस का परिचय दिया और मार्शल का अभ्यास किया।
उत्तराखंड के औली में तकरीबन 11 हजार फीट की ऊंचाई पर आईटीबीपी के जवानों ने मार्शल आर्ट की प्रैक्टिस की। आईटीबीपी की तरफ से जारी वीडियो में नजर आ रहा है कि भीषण ठंड और बर्फ के बीच जवान लगातार मार्शल आर्ट का अभ्यास कर रहे हैं। सिर्फ पैंट और जूते पहनकर आईटीबीपी जवानों ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया।
भारत-चीन युद्ध के बाद देश की उत्तरी सीमाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए 24 अक्टूबर 1962 को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपीएफ) का गठन किया गया था।
9000 से 18700 फुट की ऊंचाई के बीच घटते बढ़ते 3488 किमी लंबे पर्वत क्षेत्र, शून्य से भी 45 डिग्री नीचे के पारे में सर्दीली हवाओं, अथाह घाटियों, दुर्गम गड्ढों, अंधियारी नदियों, खतरनाक ग्लेशियरों, पथरीली ढालों और अदृश्य प्राकृतिक खतरों के बीच आईटीबीपी के जवान और अधिकारी जाबांजी से देश की रक्षा के लिए तत्पर रहते हैं।
(Photo and video courtesy: ANI)