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सांबा सेक्टर में BSF ने 150 मीटर लंबी भूमिगत सुरंग का पता लगाया, पाकिस्तान ने फिर तोड़ा संघर्षविराम

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, रविवार, 22 नवंबर 2020 (20:25 IST)
जम्मू। जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रविवार को बीएसएफ ने 150 मीटर लंबी भूमिगत सुरंग का पता लगाया है। ऐसा संदेह है कि इसका इस्तेमाल आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ के लिए किया जाता था। पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह ने यह जानकारी दी।
 
जम्मू क्षेत्र के सांबा सेक्टर के रेहाल गांव में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (BSF) की संयुक्त टीम ने एक ताजे सुरंग का पता लगाया है। इस सुरंग के निर्माण और इसके जरिए हाल ही में नागरोटा मुठभेड़ में मारे गए जैश-ए-मोहम्मद के 4 आतंकवादियों को घुसपैठ कराने में पाकिस्तान की भूमिका का भी पर्दाफाश हुआ है।
 
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने सुरंग स्थल के पास कहा कि गत शुक्रवार को नागरोटा मुठभेड़ में चार पाकिस्तानी आतंकवादियों के मारे जाने तथा उनके पास से भारी मात्रा में हथियार एवं गोला बारूद बरामद होने के बाद यह सवाल उठ रहे था कि आतंकवादियों ने किस रास्ते घुसपैठ की और वे कैसे राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंचे। सिंह ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर सीमावर्ती इलाकों में तलाश अभियान शुरू किया गया। इसी दौरान इस नवनिर्मित सुरंग का पता चला जो पाकिस्तान से कुछ मीटर की दूरी पर स्थित है।
 
उन्होंने बताया कि सुरंग का मुंह पाकिस्तान की ओर खुलता है तथा ऐसा लगता है कि आतंकवादियों ने घुसपैठ करने के लिए इसी सुरंग का इस्तेमाल किया होगा।
 
इसबीच बीएसएफ जम्मू फ्रंटियर के महानिरीक्षक एनएस जामवाल ने कहा कि आतंकवादियों ने घुसपैठ के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि नागरोटा मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों ने 30 से 40 मीटर लंबे इस सुरंग का इस्तेमाल किया क्योंकि यह बिल्कुल ताजा निर्मित है। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि उनके साथ एक गाइड भी था जो राजमार्ग का रास्ता दिखाने तक उनके साथ था। इस मौके पर जम्मू क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह भी मौजूद थे।
 
पाकिस्तान ने फिर किया संघर्षविराम का उल्लंघन : पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ और राजौरी जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (LoC) पर अग्रिम चौकियों और गांवों को निशाना बनाया। भारतीय सैनिकों ने भी इसका माकूल जवाब दिया है। 
 
हालांकि संघर्षविराम समझौते के उल्लंघन की वजह से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। लेकिन इससे एक दिन पहले पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से राजौरी और पुंछ जिले में गोलीबारी की अलग-अलग घटनाओं में सेना का एक जवान शहीद हो गया था और दो महिलाओं समेत तीन अन्य लोग घायल हो गए थे।
 
एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि रविवार सुबह 11 बजकर 15 मिनट पर पाकिस्तान ने राजौरी के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी शुरू की और मोर्टार के गोले दागकर संघर्षविराम समझौते का उल्लंघन किया।
 
संघर्ष विराम उल्लंघन के एक अन्य मामले की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि शनिवार रात करीब नौ बजे सतपाल, मनयारी, करोल कृष्णा और गुरनाम सीमा चौकियों पर सीमापार से गोलीबारी शुरू हुई। हालांकि इसका सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने माकूल जवाब दिया।
 
उन्होंने बताया कि दोनों ही तरफ से गोलीबारी रविवार तड़के तीन बजकर 45 मिनट पर भी जारी थी। अभी तक भारतीय पक्ष से किसी के हताहत होने या क्षति की खबर नहीं है। इस साल अब तक पाकिस्तान ने 4000 बार संघर्षविराम समझौते का उल्लंघन किया है। 2019 में यह संख्या 3289 थी। (भाषा) (फाइल फोटो)

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