Biodata Maker

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से उठे कई सवाल, दबाव या स्वेच्छा?

कैसा है जगदीप धनखड़ का राजनीतिक सफर, जनता दल से भाजपा तक

Advertiesment
हमें फॉलो करें Jagdeep Dhankar

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, मंगलवार, 22 जुलाई 2025 (12:33 IST)
Jagdeep Dhankhar resigns from post of Vice President: संसद के मानसून सत्र के पहले दिन उपराष्ट्रपति‍ और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ पूरे दिन सदन की कार्यवाही में भाग लेते हैं और रात आते-आते अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफे की घोषणा कर देते हैं। धनखड़ के इस फैसले को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। हालांकि उन्होंने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए इस्तीफे की घोषणा की ‍है। यदि ऐसा था तो वे कुछ समय पहले भी इस तरह की घोषणा कर सकते थे। इसके लिए मानसून सत्र का पहला दिन ही क्यों चुना? इस बीच, राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। 
 
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर इसलिए भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि जेएनयू में 10 जुलाई को एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था, कि मैं सही समय पर यानी अगस्त 2027 में रिटायर होऊंगा, बशर्ते भगवना की कृपा रहे। लेकिन, इस बयान के 10 दिन बाद ही उनका इस्तीफा देना किसी को पच नहीं रह रहा है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे पत्र में कहा है कि सेहत और डॉक्टरी सलाह मानने के लिए मैं भारत के उपराष्ट्रपति पद से तुरंत प्रभाव से इस्तीफा देता हूं, जैसा कि संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) में जिक्र है। ALSO READ: जगदीप धनखड़ का इस्तीफा, कब होंगे उपराष्‍ट्रपति चुनाव, क्या कहता है संविधान के अनुच्छेद 68 का खंड 2
 
कहीं कोई दबाव तो नहीं : सवाल तो यह भी है कि 10 दिन पहले कार्यकाल पूरा करने की बात कहने वाले धनखड़ को अचानक क्या हो गया कि उन्होंने सेहत का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया। यदि उनकी सेहत खराब थी तो जेएनयू में कार्यकाल पूरा करने की बात ही नहीं कहते। ऐसे में सवाल तो यह भी उठ रहे हैं क्या उन्हें इस्तीफा देने के लिए किसी ने दबाव बनाया? हालांकि यह सिर्फ अटकलें ही हैं, हकीकत धनखड़ ही बता सकते हैं। लेकिन, धनखड़ की बात को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया है- श्री जगदीप धनखड़ जी को भारत के उपराष्ट्रपति सहित कई भूमिकाओं में देश की सेवा करने का अवसर मिला है। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं। ALSO READ: Jagdeep Dhankhar : क्या है अनुच्छेद 67 (ए), जिसका उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफे में किया जिक्र
 
यह पूरी सरकार पर सवाल : राजद नेता मनोज झा ने धनखड़ के इस्तीफे पर कहा कि स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने इस्तीफा दिया है। मुझे इस सरकार की कुछ चीजें जो बेहद परेशान करती है कि गैर पारदर्शिता इनकी पहचान बन गई है। कोई निर्णय क्यों होता है? कोई बीच कार्यकाल में अपना इस्तीफा देते हैं, ये पूरी सरकार पर प्रश्न है। अभी तक प्रधानमंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया दी है कि नहीं ये भी चिंता का विषय है। 
 
विपक्ष कर रहा है राजनीति : दूसरी ओर, भाजपा सांसद रवि किशन ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि ये विपक्ष है इनका काम है बोलना। किसी के स्वास्थ्य का भी मजाक उड़ा सकते हैं और उस पर भी राजनीति कर सकते हैं। इंसान को कब क्या हो जाए ये आप नहीं बता सकते हैं...उनको डॉक्टर ने कहा है आराम करने को तो अगर कोई आराम करना चाहता है तो उस पर भी ये राजनीति कर रहे हैं....राजनीति का लेवल दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है। ALSO READ: JNU में रिटायरमेंट पर क्या बोले उपराष्‍ट्रपति धनखड़?
 
धनखड़ का राजनीतिक सफर : जगदीप धनखड़ की उम्र 74 साल है। उन्होंने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति का पद संभाला था और उनका कार्यकाल 2027 तक था। इससे पहले वे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे थे। उस दौरान ममता सरकार के साथ उनके रिश्ते तनावपूर्ण रहे थे। राज्यसभा में भी विपक्ष उनके पर भेदभाव के आरोप लगाता रहा है। धनखड़ ने अपना राजनीतिक सफर जनता दल से शुरू किया। 
1989 में वे झुंझुनू संसदीय क्षेत्र से 9वीं लोकसभा के लिए चुने गए। 
 
1990-1991 में वे तत्कालीन प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की सरकार में संसदीय कार्य राज्यमंत्री रहे। 2003 में वह भाजपा में शामिल हो गए। जुलाई 2019 में, उन्हें पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया। 6 अगस्त 2022 को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराया और 11 अगस्त 2022 को भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

खराब खाने, जाति सूचक शब्दों के प्रयोग के विरोध में 170 छात्रों ने किया अनोखा प्रदर्शन, प्रिंसिपल को हटाया