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मौसम अपना रंग दिखा रहा जम्मू कश्मीर में

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सुरेश एस डुग्गर

गडकरी को भी चखना पड़ा खराब मौसम का स्वाद
 
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में मौसम अपना रंग दिखा रहा है। खराब मौसम के कारण अगर तीन अमरनाथ श्रद्धालुओं की मौत हो गई तो केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी खराब मौसम का स्वाद चखना पड़ा। हालांकि राज्य को अभी भी खराब मौसम से मुक्ति नहीं मिली है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ और दिन मौसम खराब रहेगा।
तीन श्रद्धालुओं की मौत : अमरनाथ यात्रा के दौरान तीन और श्रद्धालुओं की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार दो यात्रियों की मौत बालटाल रूट पर हुई है जबकि एक की गुफा के नजदीक हार्ट अटैक आने से मौत हो गई। इसी के साथ इस वर्ष यात्रा के दौरान मरने वालों की संख्या बारह हो गई है।
 
हार्टअटैक से बुधवार को मारे गए तीन श्रद्धालुओं की पहचान महाराष्ट्र के नंदी सिंह, मध्यप्रदेश के रामेशवर और पुणे के संजय नोडिया के रूप में हुई है। नंदी और रामेशवर की मौत बालटाल रूट पर हुई है जबकि नोडिया की मौत रेलपत्थरी के पास हार्टअटैक से हो गई। अमरनाथ यात्रा के दौरान हार्ट अटैक से भक्तों की मौत हर वर्ष होती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए श्राइन बोर्ड ने हैल्थ सर्टिफिकेट को अनिवार्य कर रखा है।
 
मौसम अभी और बिगड़ेगा : बारिश व बाढ़ से परेशान राज्य में मौसम के मिजाज फिर से बिगड़ सकते हैं। मौसम विभाग का कहना है कि 16 जुलाई से लेकर बीस जुलाई तक जम्मू कश्मीर में बारिशों का दौर गर्मा सकता है। बारिश से लोगों को गर्मी से तो राहत मिलेगी, लेकिन बाढ़ और हाईवे बंद होने की परेशानी भी बढ़ सकती है।
 
इसका असर अमरनाथ यात्रा पर भी पड़ सकता है। अभी दो दिन पहले ही नेशनल हाईवे बंद होने के कारण दो दिनों तक अमरनाथ यात्रा प्रभावित रही। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर बारिश के कारण लैंड स्लाइड का खतरा बढ़ेगा। मौसम विभाग के अनुसार 16 जुलाई से जम्मू के कुछ स्थानों पर मानूसन तेजी से सक्रिय होगा। वहीं 17 से बीस जुलाई तक संभाग के अधिकतर इलाकों में तेज बारिश होगी।
 
कश्मीर में थोड़ी सी बारिश बाढ़ की आफत ले आती है। बारिश लद्दाख के कुछ स्थानों पर भी हो सकती है। यानी पूरे जम्मू कश्मीर में मानसून मेहरबान रहेगा। हाल ही में जम्मू में फलैश फ्लड से लोगों के घरों में पानी घुस गया। कठुआ में भी काफी नुकसान हुआ। वहीं चिनाब भी अपने साथ बाढ़ की आफत लेकर आती है। जिला पुंछ और राजौरी में पुल बहने से लोगों को अभी तक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले वर्ष सितंबर महीने में जो बाढ़ आई थी उसको लोग अभी तक भूले नहीं हैं। थोड़ी सी बारिश भी लोगों को डरा देती है।
 
गडकरी ने भी चखा मौसम का स्वाद : दक्षिण-पूर्व एशिया की सबसे लम्बी सुरंग खोलने के बाद खराब मौसम के कारण त्रिकुटा पहाड़ी पर फंसे केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने रोप-वे बनाने की सलाह दी है। गडकरी ने कहा कि वैष्णो देवी मंदिर को हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर की तरह रोप वे से जोड़े जाने की आवश्यकता है।
 
गडकरी ने कटरा में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि वह इस बारे में केंद्रीय पर्यटन मंत्री डॉ. महेश शर्मा से बात करेंगे और उन्हें सुझाव देंगे कि वैष्णोदेवी के दर्शन के लिए यात्रियों की सुविधा के वास्ते रोप-वे बनाने के विकल्प पर विचार किया जाना चाहिए।
 
उन्होंने कहा कि हरिद्वार में मनसा देवी और चंडीदेवी के दर्शन के लिए रोप-वे बनाए गए हैं और उसी तर्ज पर वैष्णोदेवी में भी रोप-वे लगाने की व्यवस्था पर विचार किया जाना चाहिए। उनका कहना था कि वैष्णदेवी दर्शन के लिए इस तरह की व्यवस्था की सख्त जरूरत है।

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