श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में सत्तारूढ़ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) तथा नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने 'रमजान संघर्षविराम' खत्म करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। पीडीपी के सहयोगी दल हालांकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है।
केंद्र ने जम्मू-कश्मीर में रमजान के महीने में आतंकवादियों के खिलाफ स्थगित किए अभियानों की अवधि आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा था कि आतंकवादियों के खिलाफ अभियान फिर शुरू किया जाएगा। भाजपा ने केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि आतंकवाद को समाप्त करने के लिए यही एक रास्ता है।
पीडीपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि संघर्षविराम को समाप्त करना दुर्भाग्यपूर्ण है तथा घाटी में हालात सामान्य करने के उद्देश्य से राज्य सरकार और अन्य राजनीतिक दलों के आग्रह पर केंद्र सरकार ने रमजान के दौरान आतंकवादियों के खिलाफ अभियान को रोका था।
उन्होंने कहा कि रमजान के दौरान आतंकवादियों ने हमलों को और तेज किया जिसके कारण संघर्षविराम को आगे बढ़ाना केंद्र सरकार के लिए असंभव हो गया। रमजान के दौरान 'राइजिंग कश्मीर' के प्रमुख संपादक शुजात बुखारी समेत कई लोग मारे गए हैं।
पीडीपी नेता ने कहा कि घाटी में हालात सामान्य करने के लिए यहां के सभी साझेदारों को सरकार की इस पहल का समर्थन करना चाहिए था ताकि कश्मीर मुद्दे पर सकारात्मक बातचीत की जा सके। भाजपा नेता तथा राज्य विधानसभा के सभापति निर्मल सिंह ने कहा कि आतंकवादी संघर्षविराम का फायदा उठा रहे थे। पाकिस्तान तथा आतंकवादी ईद के दिन भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। आतंकवादियों के खिलाफ अभियान को शुरू करना जरूरी हो गया था, क्योंकि आतंकवादी सिर्फ बंदूकों की भाषा समझते हैं।
नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने रमजान संघर्षविराम के विफल होने का जश्न मना रहे लोगों की आलोचना करते हुए कहा कि हमारे दुश्मन ने इसकी विफलता की घोषणा की है। नेशनल कांफ्रेंस के मुख्य प्रवक्ता आगा रुहुल्ला ने कहा कि बिना होमवर्क के ही सरकार ने आतंकवादियों के खिलाफ अभियान को रोकने का फैसला किया था। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता मोहम्मद यूसुफ तारीगामी ने कहा कि सुरक्षा बलों की ओर से आतंकवादियों के खिलाफ अभियान को रोकने से घाटी के लोगों को कुछ राहत मिली है। (वार्ता)