हरियाणा में आरक्षण की मांग को लेकर जाट आंदोलन का सोमवार को दूसरा दिन है। राज्य के 15 जिलों के 15 गांवों में जाट समुदाय के लोग धरने पर बैठे हैं। पहले दिन धरना-प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहने के बाद सरकार और प्रशासन को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन आज दिल्ली और यूपी समेत 13 राज्यों में भी धरना शुरू किया जाएगा। दिल्ली के कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है. पुलिस आंदोलनकारियों पर कड़ी नजर रख रही है।
चेतावनी : हालांकि इस बार जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने शहरों की बजाय गांवों में ही धरना प्रदर्शन का फैसला लिया है। साथ ही रेल और सड़क मार्ग पर धरना नहीं देने का आश्वासन दिया गया है। यह धरना प्रदर्शन 15 दिन तक चलेगा। इस बीच राज्य सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो फिर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
कड़ी सुरक्षा : हरियाणा पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बलों की 55 टुकड़ियां तैनात की गई हैं। रोहतक और सोनीपत में मोबाइल इंटरनेट सेवा और एक साथ कई एसएमएस भेजने की सुविधा पर पाबंदी है। राज्य से गुज़रने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग और रेल लाइन के दोनों तरफ एक किलोमीटर तक धारा 144 लागू है। इसके अलावा राज्य के आठ ज़िलों झज्जर, सोनीपत, रोहतक, पानीपत, हिसार, जींद, फ़तेहाबाद और कैथल कुल आठ जिलों में धारा 144 लागू है।