चेन्नई। अपोलो अस्पताल समूह के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. प्रताप सी. रेड्डी ने शनिवार को कहा कि अपोलो अस्पताल में भर्ती के समय तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता गंभीर हालत में थीं। रेड्डी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि सुश्री जयललिता को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उन्होंने कहा कि वे इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दे सकते क्योंकि जयललिता की मौत की जांच के लिए एक सदस्यीय आयोग का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि उनके बुखार से पीड़ित होने संबंधी बयान कानून-व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर जारी किया गया था।
सुश्री जयललिता लोगों के दिलों के बेहद करीब थीं और चिंता और घबराहट का माहौल न बने इसलिए डॉक्टरों को सलाह दी गई थी कि उनके स्वास्थ्य की सही-सही स्थिति की जानकारी न दी जाए। रेड्डी ने कहा कि हमसे आग्रह किया गया था कि उनकी गंभीर हालात के बारे में न बताया जाए।
लोगों की भावनाओं को नियंत्रित नहीं किया जा सकेगा। अपोलो अस्पताल की उपाध्यक्ष प्रीता रेड्डी ने शुक्रवार को कहा था कि सुश्री जयललिता के अस्पताल में भर्ती होने के दौरान जो लोग उनसे मिलना चाहते थे उन लोगों को उनसे मिलने की इजाजत थी।
सुश्री जयललिता को जब अस्पताल लाया तब वह सांस नहीं ले पा रही थीं। इसके बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार हो गया था, लेकिन दुर्भाग्य से बाद में उनका निधन हो गया। सुश्री जयललिता को पिछले वर्ष 5 दिसंबर की रात 75 दिन तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद दिल का दौरा पड़ने के बाद मृत घोषित कर दिया गया था। (वार्ता)