चेन्नई। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता का 5 दिसम्बर की रात यहां 11.30 बजे अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। वह गत 22 सितंबर से अपोलो अस्पताल में भर्ती थीं और कल रात दिल का दौरा पड़ने के बाद जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करते हुए आखिरकार उन्होंने दम तोड़ दिया। वे 75 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहीं लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका।
एक ताजा खबर यह है कि ओ पन्नीरसेल्वम ने राजभवन में जाकर गमगीन माहौल में भरे गले से तमिलनाडु के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। यह शपथ उन्हें राज्यपाल ने दिलाई। पन्नीरसेल्वम के साथ 15 मंत्री शपथ लेंगे। देर रात शपथ के पूर्व 2 मिनट का मौन रखा गया। शपथ ग्रहण करने के बाद पन्नीरसेल्वम काफी भावुक हो गए। उन्होंने अपनी जेब में जयललिता का फोटो रखा था।
68 वर्षीय जयललिता राज्य की एक लोकप्रिय नेता थीं, जिन्होंने अपने लोकलुभावन कार्यक्रमों से गरीबों का दिल जीता और पिछले तीन दशक से प्रदेश की राजनीति में एक ध्रुव थीं। जयललिता के पार्थिव शरीर को उनके निवास स्थान पर ले जाया जा रहा है। 43 साल की उम्र में वे तमिलनाडु की सबसे युवा मुख्यमंत्री बनी थी। वे कुल 6 बार मुख्यमंत्री रहीं।
अपोलो अस्पताल ने एक वक्तव्य में बताया कि जयललिता का आज रात 11.30 बजे निधन हो गया। उन्हें रविवार की शाम गंभीर दिल का दौरा पड़ा था। उनकी मृत्यु की घोषणा के बीच पार्टी मुख्यालय पर अन्नाद्रमुक विधायकों की जयललिता के उत्तराधिकारी को चुनने के लिए बैठक चल रही थी, जिसमें जयललिता के वफादार ओ पन्नीरसेल्वम को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। अब पन्नीरसेल्वम तमिलनाडु के मुख्यमंत्री होंगे।
जयललिता निधन के बाद ताजा अपडेशन...
* राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने जयललिता के निधन पर शोक जताया
* तमिलनाडु की 'अम्मा' के निधन का समाचार सभी दूर फैल गया है
* रात 1.30 बजे जयललिता के निवास के बाहर लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा है
* जयललिता के निवास कोएस गार्डन में लोगों का विलाप शुरू
* लोग बदहवास अवस्था में अम्मा को याद कर रहे हैं
* कार्यवाहक मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम तमिलनाडु के मुख्यमंत्री होंगे
* पन्नीरसेल्वम को विधायक दल की बैठक में नया नेता चुना गया
* जयललिता के पार्थिव शरीर को कोएस गार्डन ले जाया जा रहा है
* राजाजी भवन में जयललिता के पार्थिव शरीर को रखा जाएगा, जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे
* मुख्यमंत्री जयललिता के निधन से तीन दिन का राजकीय शोक
* तीन दिनों तक सरकारी दफ्तर, स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे
* अस्पताल के बाहर पुलिस की बैरिकेटिंग, एक एंबुलेंस भी तैयार है
* जयललिता के निधन के बाद प्रधानमंत्री मोदी दु:ख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया
* मोदी ने कहा कि उन्होंने गरीबों के लिए जो योजनाएं वो प्रेरणा देती रहेंगी
* अपोलो अस्पताल के बाहर सन्नाटा पसरा हुआ है, समर्थक भी शांत हैं
* अस्पताल के बाहर बहुत भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है
* देर रात तमिलनाडु की मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर लगातार घटनाक्रम बदला
* अन्नाद्रमुक पार्टी की तरफ से बताया गया था कि इलाज का असर हो रहा है
* कुछ घंटों के बाद अपोलो अस्पताल के भीतर गहमागहमी तेज हो गई
छह महीने से अधिक समय पहले ही राज्य विधानसभा के चुनाव में अन्नाद्रमुक को ऐतिहासिक जीत दिलाने वाली जयललिता गत 22 सितंबर को बुखार और निर्जलीकरण की शिकायत के बाद अपोलो अस्पताल में भर्ती कराई गई थीं लेकिन वह उससे कभी उबर नहीं पाईं। अभिनेत्री से नेता बनीं जयललिता 1980 के दशक की शुरुआत में अन्नाद्रमुक की प्रचार सचिव नियुक्त हुईं और एमजीआर सरकार में उन्हें अपराह्न भोजन योजना का प्रभारी बनाया गया। उन्होंने बाद में अपने मार्गदर्शक दिवंगत एमजीआर की विरासत को संभाला।
ब्राह्मण परिवार में जन्मीं जयललिता राज्य की कद्दावर नेता के तौर पर उभरीं, जहां सामाजिक न्याय की शक्तियों ने स्वतंत्रता से भी पहले ब्राह्मण विरोधी आंदोलन शुरू किया था। उन्होंने राजनीति अपनी शर्तों पर की और पिछले तकरीबन 30 वषरें से प्रदेश की राजनीति के दो ध्रुवों में से एक थीं और एम करणानिधि नीत द्रमुक से मोर्चा लेती रहीं।
इससे कुछ घंटे पहले शाम को अस्पताल ने टेलीविजन चैनलों पर दिखाई जा रही उन खबरों को ‘बेबुनियाद और झूठा’ बताकर खारिज कर दिया था जिसमें कहा गया था कि जयललिता का निधन हो गया है। अपोलो अस्पताल ने एक बयान में कहा, ‘अवर्णननीय दुख के साथ हम अपनी प्रतिष्ठित सम्मानीय तमिलनाडु की मुख्यमंत्री पुरात्ची थालाइवी अम्मा के आज रात 11.30 मिनट पर दुखद निधन की घोषणा करते हैं।’ (भाषा/वेबदुनिया)