शनिवार (9 नवंबर) को राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले पर उच्चतम न्यायालय की ओर से आया ऐतिहासिक फैसला जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में पढ़ने वाले छात्रों को पसंद नहीं आया। छात्रों ने न्यायालय के इस फैसले के विरोध में विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया। छात्रों ने यहां एक सभा कर कहा कि वे इस फैसले को सही नहीं मानते हैं।
खबरों के मुताबिक, वर्षों से विवादित राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले पर सुनवाई के बाद हाल ही में आए उच्चतम न्यायालय के फैसले का जेएनयू में पढ़ने वाले छात्रों के एक धड़े ने विरोध किया है। फैसले के विरोध में छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में एक सभा कर प्रदर्शन किया। छात्रों का कहना है कि वे इस फैसले को सही नहीं मानते।
उन्होंने कहा कि हमारे पास उच्चतम न्यायालय के निर्णय की कॉपी है। हमने न्यायालय के इस निर्णय को पढ़ा है और इसके कुछ गंभीर पहलुओं पर भी आपस में चर्चा की। निर्णय को पढ़ने के बाद हम हैरान हैं कि न्याय पालिका ने हमें कई पहलुओं पर गलत साबित किया है। हम इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि उच्चतम न्यायालय का यह निर्णय कैसे हम रिसर्च करने वाले छात्रों को उलझन में डाल रहा है।