नई दिल्ली। योग के दौरान ‘ओम’ के उच्चारण और ‘सूर्य नमस्कार’ करने को लेकर कुछ समुदायों के विरोध के बीच योग गुरु बाबा रामदेव ने रविवार को कहा कि इनसे किसी का धर्म नहीं बदलता है और इनकी प्रकृति 'धर्मनिरपेक्ष तथा वैश्विक है।'
रामदेव ने कहा कि रविवार को दुबई में आयोजित योग शिविर में वहां आए लोगों को विकल्प दिया गया कि वे ‘ओम’ या ‘आमेन’ कह सकते हैं और उन्होंने ‘आमेन’ के स्थान पर ‘ओम’ कहना पसंद किया। इस योग शिविर में शाही परिवार के सदस्यों के अलावा हिन्दुओं और मुसलमानों दोनों ने हिस्सा लिया।
राजपथ पर आयुष मंत्रालय की ओर से आयोजित योग कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि उन्होंने 'आध्यात्मिक' भावना महसूस की। इस कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्रियों एम. वैंकैया नायडू, अरुण जेटली और बाबुल सुप्रियो के अलावा भाजपा सांसदों मीनाक्षी लेखी, मनोज तिवारी और विजय गोयल सहित बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।
बड़ा एफएमसीजी एम्पायर खड़ा करने वाले रामदेव ने कहा कि अगले तीन वर्षों में पतंजलि आयुर्वेदिक दवाओं का जीवों और मनुष्यों पर परीक्षण करेगी तथा योग का क्लीनिकल ट्रायल शुरू करेगी।
उन्होंने बताया कि इसके लिए संस्था 500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा गायों से जुड़े अनुसंधान पर अतिरिक्त 500 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।(भाषा)