मुंबई। अभिनेत्री कंगना रनौत (kangana ranaut) ने सोमवार को कहा कि वे भारी मन से मुंबई छोड़ रही हैं, लेकिन जिस तरह से उन्हें 'भयभीत' किया गया, अपशब्द कहे गए और उनका घर तोड़ने की कोशिशें हुईं, उसे देखते हुए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से तुलना करना 'बिलकुल सही' था। रनौत ने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Pok) से की थी। इसके बाद उनका महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना के साथ विवाद हो गया था।
वे पिछले हफ्ते अपने गृह राज्य में हिमाचल प्रदेश से मुंबई लौटी थीं और उसी दिन शिवसेना के शासन वाली बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने उनके दफ्तर में ‘अवैध’ निर्माण को गिराया था। इसके बाद उन्होंने बंबई उच्च न्यायालय का रुख किया था, जिसने तोड़फोड़ की कार्रवाई पर रोक लगाई थी।
रनौत ने ट्वीट किया कि भारी मन से मुंबई छोड़ रही हूं। इन दिनों जिस तरह से मुझे डराया गया, लगातार हमले किए गए और मुझे अपशब्द कहे गए, मेरे दफ्तर के बाद मेरे घर को तोड़ने की कोशिशें हुईं और मेरे आसपास हथियारबंद सुरक्षाकर्मी रहे, उसे देखते हुए मैं कहूंगी कि पीओके से (शहर की) तुलना करना एकदम सही था।
सत्तारूढ़ पार्टी को निशाने पर लेते हुए 33 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि रक्षकों ने खुद को "तबाही करने" वाला घोषित कर दिया और लोकतंत्र को ध्वस्त करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन वे ये गलत समझ रहे हैं कि मैं कमजोर हूं। एक महिला को डरा कर और धमका कर, वे अपनी खुद की छवि खराब कर रहे हैं। रनौत ने रविवार को राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से राजभवन में मुलाकात की थी और उन्हें अपने साथ हुए 'अन्याय' से अवगत कराया था।
रनौत अभिनेता सुशांतसिंह राजपूत की जून में हुई मौत के बाद से फिल्म जगत और उसके काम करने के तरीके की लगातार आलोचना कर रही हैं। उन्होंने शुरू में कहा था कि यह खुदकुशी नहीं हैं, बल्कि फिल्म उद्योग द्वारा 'सुनियोजित हत्या' है, जो बाहर से आए लोगों को स्वीकार नहीं करती है।
रनौत ने शहर में कथित मादक पदार्थ गठजोड़ को लेकर भी हमला बोला और महाराष्ट्र सरकार पर भी निशाना साधा तथा मुंबई की तुलना पीओके से कर दी, जिसके बाद विवाद हो गया। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत के साथ उनके विवाद की वजह से अभिनेत्री को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई। (भाषा)