फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के Mumbai is POK बयान पर बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है। एक तरफ जहां कंगना के मुंबई पहुंचने हंगामा मचा हुआ है, वहीं ट्विटर पर भी कंगना समर्थक और विरोधी भिड़ गए हैं। इसके साथ ही #WellDoneBMC और #KanganaRanuat भी ट्रेंड कर रहे हैं।
मुंबई की सड़कों पर चल रहा यह बवाल ट्विटर पर भी उतनी ही तेजी से जारी है। आईएम सुशांत नामक ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि कंगना ने मुंबई को पीओके इसलिए कहा क्योंकि साधुओं को पुलिस के सामने भीड़ द्वारा मार दिया जाता है, यदि आप बॉलीवुड माफिया के खिलाफ बोलते हैं तो आपको धमकी मिलती है, उद्धव सरकार के खिलाफ बोलते हैं तो आपका घर तोड़ दिया जाता है।
वहीं, साहिल जोशी ने लिखा कि बीएमसी अवैध निर्माण के खिलाफ छांट-छांटकर कार्रवाई कर रही है। इससे उसकी ही छवि खराब हो रही है। गौरव गोयल ने लिखा- महाराष्ट्र में लोकतंत्र नहीं बचा है।
फिल्म अभिनेत्री दिया मिर्जा ने लिखा- कंगना द्वारा मुंबई की पीओके से तुलना को स्वीकार नहीं किया जा सकता है, लेकिन बीएमसी की तोड़फोड़ की कार्रवाई भी सवालों के घेरे में है। अभी क्यों? जब अनियमितताएं हुईं तब आप कहां थे? मोहम्मद शफी ने बीएमसी की सराहना करते हुए कंगना की गिरफ्तार की मांग की।
करमजीत मेंडर ने लिखा- महाराष्ट्र सरकार ने बहुत ही अच्छा काम किया है। जिन लोगों को लगता है कि मुंबई पीओके है उन्हें महाराष्ट्र छोड़ देना चाहिए और हिमाचल प्रदेश में रहना चाहिए। वहीं, आनंद ने कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि कांग्रेस के नेतृत्व में मुंबई पीओके है, जबकि शिवसेना के गुंडाराज में कोई भी सुरक्षित नहीं है।
अमर त्रिपाठी ने लिखा- मैं नहीं जानता कि सरकार ने कंगना को Y श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध करवाई है। वह देश विरोधी है, उसने मुंबई की तुलना पीओके से की है। अमिया प्रसाद रौत ने ट्वीट किया कि कंगना ने मुंबई को पीओके कहा महाराष्ट्र सरकार ने उसे साबित किया।
संदीप सिंह ने लिखा- मुंबई पीओके है और मुंबई पुलिस बाबर सेना है, जबकि बीएमसी ने साबित कर दिया है।