नई दिल्ली। कानपुर में पिछले साल हुए रेल हादसे के मुख्य आरोपी शमशुल होदा को नेपाल की राजधानी काठमांडू से गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि शमशुल पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करता है और भारत में कई ट्रेन हादसों के लिए जिम्मेदार है।
कानपुर रेल हादसे के मुख्य संदिग्धों में से एक शमशुल हुडा को दुबई से वापस भेजे जाने के बाद यहां त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया गया।
काठमांडू के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) पशुपति उपाध्याय ने बताया कि हुडा को सोमवार को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से हिरासत में लिया गया।
उपाध्याय ने कहा, 'हमें जानकारी थी कि गत वर्ष कानपुर में हुए एक रेल हादसे में हुडा वांछित है। इस हादसे में 150 लोगों की मौत हो गई थी।' उन्होंने कहा कि भारत में आपराधिक गतिविधियों में हुडा की कथित संलिप्तता के मामले में भी नेपाल पुलिस भारत की पुलिस के साथ करीबी समन्वय के साथ काम करेगी।
गिरफ्तार तीन अन्य लोगों की पहचान बृज किशोर गिरि, आशीष सिंह और उमेश कुमार कुर्मी के रूप में हुई है। ये सभी दक्षिणी नेपाल के कलैया जिले के रहने वाले हैं। डीआईजी उपाध्याय ने बताया कि इंटरपोल के सहयोग से पुलिस हुडा और अन्य तीन आरोपी अपराधियों को दुबई से नेपाल लाई।
पुलिस ने बताया कि हुडा नेपाल के बारा जिले में दोहरे हत्याकांड के एक मामले का मास्टरमाइंड है। उसके अंतरराष्ट्रीय आपराधिक संगठनों से संबंध है और वह नेपाल तथा भारत में कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। उन्होंने बताया कि उसके खिलाफ बारा की जिला अदालत में पहले से ही एक मामला दर्ज है।
बिहार पुलिस ने जनवरी में तीन लोगों को गिरफ्तार कर दावा किया था कि वे भारतीय रेलवे को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम कर रहे थे। इसके बाद इस दुर्घटना में आईएसआई की भूमिका की भी जांच की जा रही है। बिहार पुलिस के अनुसार इन तीनों आरोपियों को हुडा से जुड़े एक व्यक्ति ने तीन लाख रुपए दिए थे।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जांच एजेंसी को कानपुर में इंदौर-पटना एक्सप्रेस रेल हादसे में साजिश के अहम सबूत मिले थे। कानपुर हादसे में लगभग 151 लोगों की जान गई थी जबकि कई लोग घायल हो गए थे। यह हादसा 28 दिसंबर को हुआ था। (भाषा)