नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को एक बड़ा फैसला करते हु्ए कपिल मिश्रा की मंत्रीमंडल से छु्ट्टी कर दी। केजरीवाल ने राजेंद्र गौतम और कैलाश गहलोत को भी मंत्रिमंडल में शामिल करने का फैसला किया है।
कपिल मिश्रा को कुमार विश्वास का करीबी माना जाता है। मिश्रा से पर्यटन और जल संसाधन समेत सभी मंत्रालय छीन लिए गए।
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कपिल मिश्रा को हटाए जाने की वजह दिल्ली में खराब जल प्रबंधन बताया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में मिश्रा को हटाने का फैसला किया गया।
घटनाक्रम के ठीक बाद मिश्रा ने दावा किया कि वह कथित घोटाले में आप के कुछ नेताओं की संलिप्तताओं का कल पर्दाफाश करेंगे। उन्होंने कहा कि दिन में उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और कथित घोटाले के संबंध में उन्हें दस्तावेज सौंपे।
मिश्रा ने कहा, 'फैसले के बारे में मुझे जानकारी नहीं दी गई और मेरी जानकारी के अनुसार केजरीवाल ने यह फैसला एकतरफा लिया। कैबिनेट या राजनीतिक मामलों की समिति (आप की फैसला लेने वाली शीर्ष इकाई) इसमें शामिल नहीं थी।
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मिश्रा को हटाने का फैसला किया गया क्योंकि यह पाया गया कि मंत्री ने कई बिल बढ़ा चढाकर सौंपे थे। पार्टी में सूत्रों ने बताया कि मिश्रा को उनके खराब प्रदर्शन के कारण हटाया गया।