बेंगलुरु। कर्नाटक में आगामी 12 मई को होने वाले चुनाव को लेकर चुनावी अभियान अपने चरम पर पहुंच चुका है और सभी राजनीतिक दलों के शीर्ष नेता लगभग पांच करोड़ से अधिक मतदाताओं को लुभाने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह दोनों ने राज्य में सत्तारुढ़ कांग्रेस पर हमले तेज कर दिए हैं। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री सिद्दारमैया मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि जनता दल (सेक्यूलर) के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार एचडी कुमारस्वामी, अपने पिता और पूर्व प्रधान मंत्री एचडी देवगौड़ा के साथ राज्य का दौरा कर रहे हैं।
मोदी ने गत एक मई के बाद चार दिनों के प्रचार में लगभग 14 सभाएं की थीं और कल से दो और दिनों तक वह राज्य में मतदाताओं को अपनी पार्टी के पक्ष में लुभाने का प्रयास करेंगे, जबकि राहुल गांधी पहले से ही कोलार से अपनी तीन दिवसीय चुनावी अभियान की शुरुआत कर चुके हैं और वे नौ मई से बैंगलोर और उसके आसपास के जिलों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कल कर्नाटक का दौरा करेंगी और लगभग दो वर्षों के अंतराल में विजयपुरा में चुनावी रैली को संबोधित करेंगी। संयोगवश उसी दिन उसी जिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सार्वजनिक रैली को संबोधित करेंगे। कांग्रेस पार्टी ने 12 मई के मतदान से पहले आखिरी क्षण तक बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं को व्यवस्थित और मार्गदर्शन कर जमीनी स्तर पर तैयारी करने का फैसला किया है।
राज्य के सभी 223 निवार्चन क्षेत्रों में चुनावी मैदान में उतरे 2635 उम्मीदवारों का भाग्य का फैसला करने के लिए मतदान सुबह सात बजे शुरू हो जाएगा। भाजपा उम्मीदवार बीएन विजयकुमार के अचानक निधन के बाद शहर के जयनगर में मतदान नहीं होगा। भाजपा ने सभी 223 निर्वाचन क्षेत्रों पर, जबकि कांग्रेस ने 221 और जनता दल (सेक्यूलर) 200 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा है। मतों की गिनती 15 मई को होगी। (वार्ता)