नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को राज्य विधानसभा में शनिवार को बहुमत साबित करने का आदेश दिया है। इस बीच जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने आरोप लगाया है कि उसके दो विधायकों को बीजेपी ने हाईजैक कर लिया है। वहीं, येदियुरप्पा ने कहा कि कांग्रेस-जेडीएस के विधायक हमारे संपर्क में हैं, उनके समर्थन के बिना हम बहुमत कैसे साबित कर पाएंगे?
भाजपा ने विधायकों की आज रात 9 बजे बैठक बुलाई थी। उधर, कांग्रेस के 77 विधायक हैदराबाद से बेंगलुरु के लिए रवाना हो गए थे। इसी बीच, मीटिंग में हिस्सा लेने जा रहे मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने दावा किया उन्हें जरूरी बहुमत से ज्यादा वोट मिलेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस-जेडीएस के विधायक संपर्क में है? इस पर येदियुरप्पा ने कहा कि नि:संदेह वे हमारे संपर्क में हैं। उनके समर्थन के बिना हम बहुमत कैसे साबित कर पाएंगे? येदियुरप्पा ने कहा कि हम फ्लोर टेस्ट में 101% जीतेंगे।
उधर, एचडी कुमारस्वामी ने आरोप लगाया है कि उसके दो विधायकों को बीजेपी ने हाईजैक कर लिया है। कुमारस्वामी ने कहा, "जेडीएस और कांग्रेस ने संयुक्त रूप से 118 विधायकों की सूची राज्यपाल को दी है। हमारे पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या बल है।"
हालांकि कुमारस्वामी ने आशा जताई कि वे कल सुबह उनके खेमे में शामिल हो जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि भाजपा कई तरह का लालच देकर उनकी पार्टी के विधायकों को ‘खरीदने का’ प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, ‘भाजपा के पास सरकार बनाने के लिए संख्याबल नहीं है। कांग्रेस जद (एस) गठबंधन द्वारा कल विश्वास मत गिराया जाएगा।’
कुमारस्वामी ने कहा, ‘हमें पता है कि बेंगलुरू से दो विधायकों का अपहरण कर लिया गया था। एक विधायक हमारे संपर्क में है। कल सुबह वह हमारे खेमे में शामिल होने वाले हैं।’
दूसरी ओर कर्नाटक विधानसभा में शुक्रवार को येदियुरप्पा को बहुमत साबित करना है और भाजपा के वरिष्ठ विधायक केजी बोपैय्या को सदन की इस अहम कार्यवाही के संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। बीजेपी के कर्नाटक मामलों के प्रभारी जावड़ेकर ने कहा कि 2008 की तत्कालीन सरकार ने भी बोपैय्या को यह जिम्मदारी दी थी।
कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन बोपैय्या को अस्थाई अध्यक्ष नियुक्त करने के राज्यपाल वजुभाई वाला के फैसले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देगी। बोपैय्या 2009 से 2013 तक कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष थे और उन्हें येदियुरप्पा का करीबी समझा जाता है। कांग्रेस का कहना है कि आमतौर पर विधानसभा के सबसे वरिष्ठ सदस्य को अस्थायी अध्यक्ष बनाया जाता है और इस प्रकार उनकी पार्टी के आरवी देशपांडे इस पद के लिए योग्य हैं।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कांग्रेस में किसी तरह की टूट की बात को खारिज करते हुए कहा कि कल विधानसभा में होने वाले शक्ति परीक्षण से पहले उनके सभी विधायक साथ हैं। उन्होंने कहा, "हम सभी एकसाथ हैं।"
हालिया विधानसभा चुनावों में भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरी और उसके पास 104 सीटें हैं जबकि कांग्रेस के पास 78 तथा जेडीएस के पास 37 सीटें हैं। तीन सीटें निर्दलियों को मिली हैं। 224 सदस्यीय विधानसभा में मतदान 222 सीटों पर हुआ था। दोनों ही खेमों ने आंकड़े अपने पक्ष में होने का भरोसा जताया है। अब देखना है कि शाम को क्या होता है। (एजेंसी)