खादी इंडिया के कैंलेडर और डायरी को लेकर सभी विपक्षी दल लगातार विरोध कर रहे हैं। इस बीच खबर है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इससे खुश नहीं है। जानकारी के अनुसार कैलेंडर और डायरी पर तस्वीर लगाने के लिए खादी इंडिया ने मंजूरी नहीं ली थी और अब कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई कर सकते हैं। पीएमओ ने इस पूरी मामले को लेकर माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेस से जवाब तलब किया है।
अधिकारियों के अनुसार पीएम इस पूरी घटना से नाराज हैं। एक बड़े अधिकारी के अनुसार यह पहला मामला नहीं है जब बिना इजाजत किसी सरकारी या प्राइवेट एंटिटी की तरफ से पीएम मोदी की तस्वीर का उपयोग हुआ हो। पीएम को खुश करने या उनके करीबी दिखने के लिए ऐसा कई बार हो चुका है।
अधिकारी ने जियो का उदाहरण देते हुए कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की जियो और पेटीएम के विज्ञापन में भी पीएम की तस्वीर बिना मंजूरी के उपयोग की गई थी।
बता दें कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के कैलेंडर और डायरी में पीएम मोदी की चरखे पर सूत कातते हुए तस्वीर छापने के बाद इसका चौतरफा विरोध शुरू हो गया। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने जहां पीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया वहीं अन्य लोगों ने भी इसे गलत ठहराया था।
हालांकि खादी इंडिया के अधिकारियों का कहना था कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ और इससे पहले भी यह सब किया जा चुका है। पीएम मोदी को खादी का ब्रांड एम्बेसडर बताते हुए अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने खादी को देश-दुनिया में प्रचारित किया है। वहीं भाजपा ने भी इस मामले में बचाव की मुद्रा में आते हुई सफाई दी की यह पहले कई बार हो चुका है।