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महाकाल नगरी में ढाई घंटे तक बदहाल घूमती रही 'लाड़ली', नजर आई पुलिस की 'सुस्‍ती' और लोगों की संवेदनहीनता

उज्‍जैन एसपी सचिन शर्मा बोले, पहले बाइट दे चुका हूं, अभी ईद की व्‍यवस्‍था में लगा हूं, बात नहीं कर सकता

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नवीन रांगियाल

  • तीन-तीन बार 100 नंबर डायल किया, नहीं मिला उज्‍जैन पुलिस का रिस्‍पॉन्‍स
  • पंडित राहुल शर्मा नहीं आते तो सड़क पर ही मर जाती बच्‍ची
  • एमजीएम डीन ने कहा—बच्‍ची की हालत अभी स्‍थिर है
Ujjain Rape Case : महाकाल की नगरी उज्‍जैन, जहां बाबा महाकाल के दर्शन और यहां के महाकाल लोक घूमने- फिरने के लिए रोजाना हजारों लोग पहुंचते हैं। इसी नगरी के महाकाल थाना क्षेत्र में ही एक 12 साल की बच्‍ची दुष्‍कर्म के बाद लगभग अर्धनग्‍न अवस्था में बदहाल होकर सड़कों पर भटकती रहती है और उज्‍जैन की सुस्‍त पुलिस को भनक तक नहीं लगती। न पुलिस इस बच्‍ची की सुध लेती है और न ही उज्‍जैन नगरी की जनता ने बच्‍ची की हालत पर नजर डाली। तीन-तीन बार उज्‍जैन पुलिस के 100 नंबर पर डायल किया जाता है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।

इस बारे में विस्‍तार से चर्चा करने के लिए जब वेबदुनिया ने उज्‍जैन के एसपी सचिन शर्मा को उनके मोबाइल नंबर पर कॉल किया गया तो उन्‍होंने दो टूक जवाब दिया और कहा- इस बारे में पहले ही मैं बाइट दे चुका हूं। अभी मैं ईद की व्‍यवस्‍था में लगा हूं। यह कहकर उन्‍होंने फोन काट दिया। जब दूसरी बार उन्‍हें कॉल किया गया तो उन्‍होंने कॉल नहीं उठाया।
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तो सड़क पर ही मर जाती बच्‍ची : करीब ढाई घंटे उज्‍जैन की सड़कों पर भटकने के बाद दुष्‍कर्म का शिकार हुई 12 साल की बच्‍ची बिल्‍कुल बेसुध हो चुकी थी। ऐसे में एक आश्रम के आचार्य पंडित राहुल शर्मा जब अपने आश्रम से बाहर कहीं जाने के लिए निकले तो उन्‍होंने खून से लथपथ बच्‍ची को देखा और स्‍थिति को भांपते हुए बच्‍ची पर कपड़ा डाला। पंडित राहुल शर्मा ने मीडिया को बताया कि उन्होंने दो से तीन बार 100 नंबर पर कॉल किया गया, लेकिन उज्‍जैन पुलिस की तरफ से कोई रिस्‍पोंस या जवाब नहीं मिला। बाद में उन्‍होंने महाकाल थाने पर अपने कुछ पहचान वाले लोगों से संपर्क किया, जिसके करीब 25-30 मिनट बाद पुलिस वहां पहुंची और बच्‍ची को अस्‍पताल ले जाया गया, अगर बच्‍ची को अस्‍पताल भेजने में और देर होती तो बच्‍ची सड़क पर ही मर सकती थी।

उज्‍जैन से किया इंदौर रैफर : घटना सामने आने के बाद बच्‍ची को उज्‍जैन के चरक अस्‍पताल से इंदौर भेजा गया था। फिलहाल उसका इंदौर के एमवाय अस्‍पताल में इलाज किया जा रहा है। बुधवार को उसका ऑपरेशन किया गया। बच्‍ची का हालत नाजुक बताई जा रही है। हालांकि जब वेबदुनिया ने महात्‍मा गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ संजय दीक्षित से चर्चा की तो उन्‍होंने बताया कि फिलहाल बच्‍ची का इलाज किया जा रहा है और उसकी हालत स्‍थिर है।

क्‍या कहा डॉक्‍टरों ने : स्‍थिर है बच्‍ची की हालात
उज्‍जैन से इंदौर रैफर की गई बच्‍ची का इलाज किया जा रहा है। फिलहाल उसकी हालत स्‍थिर है। इससे ज्‍यादा इस बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता।
डॉ संजय दीक्षित, डीन महात्‍मा गांधी मेडिकल कॉलेज, इंदौर

ऑटो वाले समेत 3 हिरासत में : चूंकि उज्‍जैन एसपी सचिन शर्मा ने वेबदुनिया से चर्चा नहीं की, ऐसे में आरोपियों की गिरफ्तारी की अधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। हालांकि मीडिया में आई खबरों के मुताबिक उज्‍जैन पुलिस ने इस घटना में अब तक 3 लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें से एक 38 साल का वो ऑटो ड्राइवर भी है, जिसके ऑटो में 12 साल की बच्‍ची उज्‍जैन के जीवन खेडी एरिया से बैठी थी। पुलिस को ऑटो से खून के निशान मिले हैं। ऑटो की फोरेंसिंक जांच की जा रही है। इसके साथ ही सभी संदिग्‍ध आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस 5 चश्‍मदीदों से भी पूछताछ कर रही है।

नहीं बोल पा रही पीड़ित बच्‍ची!
क्‍या कहा गृहमंत्री नरोत्‍तम मिश्रा ने :
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि पीड़ित लड़की का इलाज जारी है। उन्होंने कहा, लड़की उज्जैन के बाहर के किसी क्षेत्र की लग रही है। चूंकि वह (घटना को लेकर) ठीक तरह से जवाब दे नहीं पा रही है। इसलिए विशेषज्ञों और काउंसलर की मदद से उससे बातचीत का प्रयास किया जा रहा है।

शिवराज पर कांग्रेस का हमला : उज्‍जैन की इस घटना को लेकर कांग्रेस ने मध्‍यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार पर तीखा हमला बोला है। इस घटना को लेकर राहुल गांधी, पूर्व मुख्‍यमंत्री कमलनाथ, कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, सपा के अखिलेश यादव समेत कई नेताओं ने मध्‍यप्रदेश और भाजपा सरकार को घेरा है। इसके साथ ही राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने उज्‍जैन पुलिस को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।
क्‍या है पूरा मामला : मध्‍यप्रदेश के उज्जैन में 12 साल की बच्‍ची खून से लथपथ सड़क पर मिली थी। लड़की करीब ढाई घंटे तक यहां वहां भटकती रही। उसके कपडों से खून टपक रहा था। बाद में उसे लोगों की मदद से अस्‍पताल ले जाया गया। मेडिकल जांच में उसके साथ दुष्‍कर्म की पुष्‍टि हुई थी। दरिंदों ने उसके साथ इस कदर हैवानियत की है कि उसके प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोटें आई हैं। इसके बाद उसे उज्‍जैन से इंदौर इलाज के लिए रैफर किया गया था। इस मामले में जांच के लिए एसआईटी गठित करने के आदेश जारी किए गए हैं।

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