पटना। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने के फैसले पर पुनर्विचार का आग्रह ठुकराने के कारण राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की इफ्तार पार्टी में उनके और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच तल्खी शुक्रवार को साफ दिखी।
राजद अध्यक्ष के आवास पर आज आयोजित इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री शामिल होने पहुंचे तो यादव ने उनकी अगवानी नहीं की, जबकि इससे पहले आमतौर पर दोनों नेता काफी गर्मजोशी से मिलते रहे हैं। पार्टी में कुमार करीब आधे घंटे तक रहे, लेकिन दोनों नेताओं में बात भी काफी कम हुई। यहां तक कि दोनों एक-दूसरे से नजर भी नहीं मिला रहे थे।
मुख्यमंत्री कुमार ने हालांकि इफ्तार पार्टी के बाद कहा कि यहां आने से पूर्व उनकी बातचीत राजद अध्यक्ष यादव से हुई थी। सम्भवत: इसी बातचीत के दौरान कुमार ने यादव का पुनर्विचार का आग्रह ठुकरा दिया था। इसके कारण जब दोनों नेता बाद में मिले तो उनके बीच पहले जैसी गर्मजोशी नहीं दिखी। इफ्तार में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, शिक्षामंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अशोक चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव उपस्थित थे।
कुमार जब पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे तब भी उनकी बातों में दोनों नेताओं के बीच रिश्तों में आई कड़वाहट दिख रही थी। यादव ने श्रीमती मीरा कुमार को बिहार की बेटी बताकर कुमार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया था इसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की बेटी का चयन जीतने के लिए होना चाहिए था न कि हारने के लिए। उन्होंने कांग्रेस और राजद का नाम लिए बगैर कहा कि उनके पास पहले भी दो बार अवसर था लेकिन उस समय उन्होंने बिहार की बेटी को राष्ट्रपति नहीं बनाया। (वार्ता)