Weather Updates: मौसम का रुख फिर बदलेगा, गरज के साथ होगी झमाझम बारिश
ओलावृष्टि के साथ होगी हल्की से भारी बारिश
Weather Updates: देश में गर्मी की शुरुआत हो चुकी है। उत्तर भारत (North India) के कई राज्यों में धीरे-धीरे गर्मी बढ़ती जा रही है। इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेताया है कि आने वाले कुछ दिनों में देश के कई हिस्सों में गरज, बिजली और ओलावृष्टि (hailstorm) के साथ हल्की से मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने 22 से 24 मार्च के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में छिटपुट हल्की बारिश या बर्फबारी की भी भविष्यवाणी की है।
इन राज्यों में बारिश या बर्फबारी की संभावना : आईएमडी के अनुसार 22 से 24 मार्च के दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की बारिश या बर्फबारी हो सकती है। इसके अलावा 23 मार्च के दौरान अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग भारी बारिश और बर्फबारी की भविष्यवाणी की गई है। आईएमडी ने 22 और 24 मार्च को पंजाब में और 24 मार्च को हरियाणा और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में छिटपुट हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है।
मौसम कार्यालय ने यह भी कहा कि 22 और 24 मार्च को गंगीय पश्चिम बंगाल के अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 22 से 26 मार्च, 2024 के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम जैसे उत्तर-पूर्व और पूर्वी भारतीय राज्यों में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की गई है।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymet weather) के अनुसार आज शुक्रवार को गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और उसके बाद कम हो जाएगी। तटीय आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और केरल में हल्की बारिश संभव है।
पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ बिजली गिरने और ओलावृष्टि के साथ कुछ भारी बारिश हो सकती है। पश्चिमी हिमालय के ऊपरी इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी संभव है। पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में हल्की बारिश के साथ 1 या 2 बार मध्यम बारिश हो सकती है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में छिटपुट ओलावृष्टि की संभावना है।
एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी तेलंगाना और आसपास के क्षेत्र में औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा निचले स्तर पर तटीय कर्नाटक से उत्तरी मध्य महाराष्ट्र तक फैली हुई है। एक ट्रफ रेखा बांग्लादेश के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण के पार पूर्वोत्तर मध्यप्रदेश से असम तक फैली हुई है।
चक्रवाती परिसंचरण झारखंड के ऊपर है और एक ट्रफ रेखा बिहार से लेकर झारखंड होते हुए दक्षिण ओडिशा तक समुद्र तल से 5.8 से 12.6 किलोमीटर ऊपर तक फैली हुई है। ताजा पश्चिमी विक्षोभ 23 मार्च की रात से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है।(Photo Courtesy: IMD)
Edited by: Ravindra Gupta