बेंगलुरु। भारत का चांद पर दूसरा मिशन चंद्रयान-2 जो कुछ तकनीकी खराबी के कारण रोक दिया गया था अब वह 22 जुलाई को प्रक्षेपित किया जाएगा। चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग का रिहर्सल सफल रहा है और इसका काउंटडाउन रविवार शाम 6:43 से शुरू हो गया।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने ट्वीट किया, 'चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण के लिए काउंटडाउन शाम 6:43 पर शुरू हुआ। इसका प्रक्षेपण सोमवार 22 जुलाई 2019 तड़के दो बजकर 43 मिनट पर होगा।'
इसरो के अनुसार ‘चंद्रयान-2’ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में उतरेगा, जहां वह इसके अनछुए पहलुओं को जानने का प्रयास करेगा। इससे 11 साल पहले इसरो ने अपने पहले सफल चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-1’ का प्रक्षेपण किया था जिसने चंद्रमा के 3,400 से अधिक चक्कर लगाए और यह 29 अगस्त, 2009 तक 312 दिन तक काम करता रहा।
इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने बताया कि सभी तैयारियां हो गई हैं और गड़बड़ी को ठीक कर लिया गया है। प्रक्षेपण यान अच्छी स्थिति में है। प्रक्षेपण से पहले का अभ्यास सफलतापूर्वक ढंग से पूरा किया गया है।
इसरो प्रमुख ने कहा कि वैज्ञानिक चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में चन्द्रयान-2 के लैंडर को उतारेंगे जहां अब तक कोई देश नहीं गया है।
‘बाहुबली’ कहे जा रहे भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण वाहन जीएसएलवी मार्क-।।। के जरिए होने वाला चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण 14 जुलाई देर रात 2:51 बजे होना था। मिशन के प्रक्षेपण से 56 मिनट 24 सेकंड पहले मिशन नियंत्रण कक्ष से घोषणा के बाद रात 1.55 बजे रोक दिया गया था।
भारत की अंतरिक्ष एजेंसी के वैज्ञानिक उस समस्या की गंभीरता का आकलन कर रहे हैं, जिसने महत्वाकांक्षी 976 करोड़ रुपए के चंद्र मिशन को रोक दिया था।