मशहूर शायर राहत इंदौरी का 70 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों के मुताबिक दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। राहत इंदौरी के निधन पर राजनीतिक हस्तियों ने दु:ख व्यक्त किया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मशहूर शायर राहत इंदौरी के निधन पर ट्वीट में कहा- मक़बूल शायर राहत इंदौरीजी के गुज़र जाने की खबर से मुझे काफ़ी दु:ख हुआ है। उर्दू अदब
की वे क़द्दावर शख़्सियत थे। अपनी यादगार शायरी से उन्होंने एक अमिट छाप लोगों के दिलों पर छोड़ी है। आज साहित्य जगत को बड़ा नुक़सान हुआ है। दु:ख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके चाहने वालों के साथ हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मशहूर शायर राहत इंदौरी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह मध्यप्रदेश और देश के लिए अपूरणीय क्षति है। चौहान ने ट्वीट किया, ‘‘अपनी शायरी से लाखों-करोड़ों दिलों पर राज करने वाले मशहूर शायर, हरदिल अज़ीज़ राहत इंदौरी का निधन मध्यप्रदेश और देश के लिए अपूरणीय क्षति है।
उन्होंने कहा कि ‘मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति दें और उनके परिजनों और चाहने वालों को इस अपार दुःख को सहने की शक्ति दें।
चौहान ने शायरी के अंदाज में लिखा, ‘‘....राह के पत्थर से बढ़कर कुछ नहीं हैं मंज़िलें, रास्ते आवाज़ देते हैं सफ़र जारी रखो, एक ही नदी के हैं ये दो किनारे दोस्तों, दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो। राहतजी आप यूं हमें छोड़कर जाएंगे, सोचा न था। आप जिस दुनिया में भी हों, महफूज़ रहें, सफर जारी रहे।
मप्र कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘‘ख्यात शायर, प्रदेश ही नहीं देश की शान राहत इंदौरी साहब के दुःखद निधन का समाचार सुनकर मैं स्तब्ध हूं। आज सुबह ही उनके अस्वस्थ होने का समाचार मिला। हम सभी ने दुआ की कि वे जल्द स्वस्थ हो लेकिन वो हमें यूं अचानक, असमय छोड़ जाएंगे, यह विश्वास नहीं हो रहा है।
उन्होंने कहा कि सामाजिक सद्भाव के वे हमेशा पक्षधर रहे। उन्होंने अपनी बेजोड़ शायरी से इंदौर शहर का नाम देशभर में रोशन किया। अद्भुत कला के व्यक्तित्व राहत इंदौरी साहब के निधन पर मैं अपनी ओर से परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
कमलनाथ ने कहा कि ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान व परिजनों को व उनके लाखों प्रशंसकों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने राहत के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, ‘विख्यात उर्दू शायर और गीतकार राहत इंदौरी के निधन से उर्दू गीत एवं शायरी जगत में उत्पन्न निर्वात की भरपाई लंबे समय तक संभव नही होगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने शोक संदेश में कहा कि उर्दू अदब में राहत इंदौरी का अपना एक अलग मकाम था। उनका अंदाज-ए-बयां अलग था और उनकी शायरी में बेबाकी थी। देश के मौजूदा हालात को भी वे अपनी शायरी में बड़े खूबसूरत अंदाज में पेश करते थे।
गहलोत ने कहा कि राहत इंदौरी का यूं चला जाना उर्दू शायरी के लिए बहुत बड़ा नुकसान है, जिसकी भरपाई नामुकिन है।
विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने राहत इंदौरी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वे अपने खूबसूरत अल्फाजों के जरिए हमेशा हमारे साथ रहेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इंदौरी को याद करते हुए उनका एक शेर ट्वीट किया, ‘तूफ़ानों से आंख मिलाओ, सैलाबों पर वार करो। मल्लाहों का चक्कर छोड़ो, तैर के दरिया पार करो।’
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा कि इंदौरी एक मशहूर शायर के साथ ही बेहतरीन शख्सियत थे।
अपनी शायरी और नज्म की बदौलत वे प्रशंसकों के दिलों पर राज करते थे। उन्होंने हिन्दी फिल्मों के लिए भी कई गीत लिखे थे। उनके निधन से साहित्य और उर्दू शायरी के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर-शान्ति तथा उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की। (भाषा)