कोरोना (Coronavirus) काल में मौसंबी, संतरा, नींबू जैसे फल महंगे होने के कारण आम आदमी की पहुंच से दूर होते जा रहे हैं। दरअसल, कोरोना मरीजों को विटामिन-सी से भरपूर फल खाने की सलाह प्रमुखता से दी जा रही है। ऐसे में मरीजों के साथ ही आम लोगों ने भी अपनी डाइट में इन फलों को शामिल किया है। यही कारण है कि गुजरात के वडोदरा, सूरत, अहमदाबाद, इंदौर, मुंबई, दिल्ली आदि बड़े शहरों इस तरह के फलों के दाम आसमान छूने लगे हैं।
गुजरात के सूरत में नींबू 150 से 250 रुपए किलो बिक रहा है, जो कि पिछले साल 60 रुपए के आसपास था। थोक में पिछले साल नींबू 700 रुपए प्रति 20 किलो के आसपास था, जो कि अब 1400 के आसपास पहुंच चुका है। इंदौर में संतरा भी 200 रुपए किलो के आसपास पहुंच गया है।
वडोदरा निवासी वरिष्ठ चार्टर्ड अकाउंटेंट केडी शर्मा ने नींबू के दाम बढ़ने की पुष्टि करते हुए कहा कि हमारे शहर में नींबू 150 रुपए के आसपास बिक रहा है। उन्होंने कहा कि संतरे के दाम भी बढ़ गए हैं। सूरत के जयेश भाई ने कहा कि इस मौसम में नींबू की आवक भी कम हो रही है और मांग ज्यादा है। ऐसे में नींबू शहर में 250 रुपए किलो तक बिक रहा है।
वडोदरा की एक फैक्टरी में काम करने वाले कैमिकल इंजीनियर संजय सेठिया ने कहा कि पिछले दिनों की तुलना में न सिर्फ नींबू बल्कि संतरा के दाम भी बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि हमने हाल ही में 1000 रुपए में 8 किलो संतरे खरीदे हैं। अभी-अभी पता लगा है कि इनके दाम और बढ़ गए हैं।
मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में फलों के दाम आसमान पर हैं। इसके बावजूद फल आसानी से मिल भी नहीं रहे हैं। इंदौर निवासी तारा दुबे ने बताया कि पहली बात तो संतरा आसानी से उपलब्ध ही नहीं है। ऑनलाइन ही मंगवाना पड़ रहे हैं। संतरा 200 रुपए किलो से कम में नहीं मिल रहा है।
क्यों बढ़ी मांग : कोरोना काल में डॉक्टर मरीजों से लेकर आम आदमी सभी को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विटामिन सी लेने की सलाह दे रहे हैं। विटामिन-सी इम्यून पॉवर बढ़ाने के साथ ही कई तरह के बैक्टीरियल, वायरल और फंगस संक्रमण आदि से भी सुरक्षा प्रदान करता है। इम्यून पॉवर कमजोर होने से व्यक्ति के बीमार होने की आशंका बढ़ जाती है। इसके चलते ही नींबू, संतरा, मौसंबी की मांग में इजाफा हुआ है।