नई दिल्ली। सरकार कर्ज वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए हाल में छोटे कारोबारियों (एमएसएमई) के लिए शुरू किए गए पोर्टल का दायरा बढ़ाने पर विचार कर रही है। इस वेबसाइट के जरिये सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) को एक घंटे के भीतर बैंक गए बिना एक करोड़ रुपए तक का कर्ज मिल सकता है।
वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार ने बताया कि हमने छोटे कारोबारियों को कर्ज देने के लिए 'डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट पीएसबी लोन्स इन 59 मिनट्स डॉट कॉम' वेब पोर्टल शुरू किया है लेकिन आगे चलकर पोर्टल पर और भी विकल्प मौजूद होंगे। इसमें पर्सनल लोन, आवास ऋण इत्यादि हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस स्वचालित कर्ज प्रसंस्करण प्रणाली से प्राप्त अनुभवों के आधार पर नये ऋण उत्पाद पेश किये जाएंगे। उन्होंने, 'संपर्कविहीन बैंकिंग (बैंक में नहीं वाली व्यवस्था) आगे चलकर मिसाल कायम करेगी क्योंकि यह पारदर्शिता को बढ़ावा देती है।'
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पिछले सप्ताह एमएसएमई के लिए एक नया पोर्टल पेश किया था। इस पोर्टल को लेकर वित्तीय सेवा सचिव ने कहा कि यह छोटे उद्यमों के लिए ऋण के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करेगा। यह क्षेत्र उत्पादन, निर्यात और रोजगार सृजन के लिहाज से देश की रीढ़ की हड्डी है।
उन्होंने कहा कि यह प्रणाली अगले 6-7 महीनों में स्थिर हो जाएगी और बैंकिंग के तौर-तरीकों में एक आदर्श बदलाव की नींव रखेगी। उन्होंने कहा कि आसानी से ऋण मिलने से देश की उद्यमशीलता की भावना भी बढ़ेगी। (भाषा)
पोर्टल के प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए सचिव ने कहा कि इसने कर्ज मिलने के समय को 20-25 दिन से घटाकर सिर्फ 59 मिनट करके ऋण वितरण तंत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। सैद्धांतिक मंजूरी के बाद 7-8 कारोबारी दिवस में ऋण का वितरण कर दिया जाएगा। (भाषा)