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एलओसी पर रहस्यमयी गोलीबारी से सेना परेशान

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सुरेश डुग्गर

श्रीनगर। एलओसी पर जारी सीजफायर के बीच होने वाली रहस्यमयी गोलीबारी की घटनाओं से सेना परेशान हो उठी है। उसकी परेशानी इन घटनाओं में अभी तक उसके 100 के करीब जवानों की हुई मौत है और उसकी हालत यह है कि वह इसके लिए किसी को दोषी ठहराने की स्थिति में इसलिए नहीं है क्योंकि अगर ऐसा करती है तो सीजफायर दांव पर लग जाता है। 
रविवार को भी एलओसी पर पुंछ में नौशहरा सेक्टर में एक जवान की रहस्यमयी गोलीबारी में मौत हो गई। सेना प्रवक्ता के मुताबिक, इस चौकी पर तैनात जवान सुदीश कुमार एलओसी पार से आई गोली से शहीद हो गया। यह कोई पहला मौका नहीं है जबकि एलओसी पर रहस्यमयी गोलीबारी से किसी जवान की मौत हुई हो। पिछले 13 सालों से जारी सीजफायर की अवधि में यह 100वीं घटना है और 100 जवान शहीद हो चुके हैं।
 
सूत्रों के मुताबिक, इन रहस्यमयी गोलीबारी की घटनाओं के पीछे पाक सेना के वे निशानेबाज हैं जो स्नाईपर राइफलों से भारतीय जवानों को निशाना बना रहे हैं। कई बार फ्लैग मीटिंगों में भारतीय पक्ष द्वारा इस पर आपत्ति जताई जा चुकी है लेकिन हर बार पाक सेना ऐसी किसी गोलीबारी की घटना से इंकार कर चुकी है।
 
नतीजतन रहस्यमयी गोलीबारी, जिसके पीछे भारतीय पक्ष के मुताबिक पक्के तौर पर पाक सेना और उसके वे आतंकी पिट्ठू हैं जो सीमा के उस पार पाक सीमा चौकियों पर शरण लिए हुए हैं, से सेना परेशान हो उठी है। उसकी परेशानी का कारण, गोली का जवाब वह गोली से नहीं दे सकती क्योंकि ऐसा करना सीजफायर का उल्लंघन होगा और पाक सेना फिर उसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लाभ उठा सकती है। नतीजतन सेना के लिए स्थिति न उगली जाए और न निगली जाए की हो गई है।
 
ऐसी दशा में सेना के पास ऐसी रहस्यमयी गोलीबारी की घटनाओं और घुसपैठ के बढ़ते दबाव से निपटने का एक ही रास्ता बचा है और वह यह है कि एलओसी पर जारी सीजफायर समाप्त हो जाए। एक सेनाधिकारी के अनुसार, सीजफायर ने पाक सेना को अपनी पोजीशनें मजबूत करने और घुसपैठ को कारगर ढंग से अंजाम देने का मौका दिया है।

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