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2019 के लिए मजबूत संप्रग-3 बनाएगी कांग्रेस, राहुल होंगे नेता

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, रविवार, 22 जुलाई 2018 (17:46 IST)
नई दिल्ली। कांग्रेस की नवगठित सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था ने आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति पर गहन विचार मंथन में स्वीकार किया कि केन्द्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को पराजित करने के लिए व्यापक संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) -3 अपरिहार्य है लेकिन यह सुनिश्चित करना होगा कि गठबंधन में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरे और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ही उसके नेता रहें। 
 
गांधी की अध्यक्षता में संसदीय सौध में रविवार को आयोजित कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में दोपहर के भोजन के पहले करीब दो घंटे तक आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति पर गहन विचार-विमर्श किया गया। सूत्रों ने केरल को लेकर सवाल पूछे जाने पर बताया कि बैठक में सभी ने माना कि 2019 में एक व्यापक गठबंधन आवश्यक एवं अपरिहार्य होगा क्योंकि इसके बिना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार को सत्ता से बेदखल करना मुश्किल होगा।
 
सूत्रों के अनुसार पी चिदंबरम ने गठबंधन की अपरिहार्यता को लेकर ये विचार रखे, जिसका पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अनुमोदन किया। सूत्रों ने अनुसार कांग्रेस नेताओं ने गठबंधन के बारे में कहा कि यह इस प्रकार से किया जाना चाहिए कि कांग्रेस अधिक से अधिक सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरे और कांग्रेस अध्यक्ष गांधी ही गठबंधन का प्रमुख चेहरा हों। उन्होंने इसके लिए विभिन्न क्षेत्रीय दलों से बातचीत करके गठबंधन को तैयार करने का काम जल्द से जल्द शुरू करने पर भी बल दिया
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दोपहर के भोजन के बाद समसामयिक राजनीति एवं कांग्रेस के समक्ष चुनौतियों और देशभर में पार्टी का संगठन को मज़बूत करने तथा विपक्षी दलों को मजबूत नेतृत्व देने के बारे में चर्चा होने की उम्मीद है। पार्टी के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी के 2020 तक के रोडमैप, किसानों, बेरोजगारों, दलितों आदिवासियों के मुद्दों के साथ साथ देश की आंतरिक एवं बाह्य सुरक्षा को लेकर भी विचार विमर्श होगा।  
 
गांधी ने गत सप्ताह ही पार्टी की नई कार्यसमिति का गठन किया है। पार्टी के महाअधिवेशन में गांधी को कार्यसमिति के गठन का जिम्मा सौंपा गया था और हाल ही में उन्होंने 23 सदस्यों, 18 स्थाई आमंत्रित तथा 10 विशेष आमंत्रित सदस्यों की नियुक्ति कर समिति का पुनर्गठन किया है।

नई कार्यसमिति की यह पहली बैठक है। बैठक गांधी के अलावा पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और पार्टी महासचिव अशोक गहलोत के संबोधित करने की संभावना है।

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