नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने रविवार को यौम-ए-आशुरा के दिन कहा कि मोहर्रम का 10वां दिन नाइंसाफी पर इंसाफ की जीत का प्रतीक है। इस दिन मुस्लिम शोक मनाते हैं। उपराष्ट्रपति ने अंग्रेजी और उर्दू भाषा में ट्वीट किए।
नायडू ने ट्वीट किया कि मोहर्रम नाइंसाफी पर इंसाफ और झूठ पर सच्चाई की जीत का प्रतीक है। सभी मुसलमान इस दिन शोक मनाते हैं। उन्होंने उर्दू भाषा में किए ट्वीट में कहा कि मोहर्रम हमें पैगंबर मोहम्मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन इब्न-ए-अली की शहादत की याद दिलाता है। वे कर्बला के मैदान में शहीद हो गए थे।
गौरतलब है कि मोहर्रम इस्लामी कैलेंडर का 1ला महीना है। इस महीने के 10वें दिन 680 ईस्वी में इराक के मैदान-ए-कर्बला में इस्लाम के आखिरी पैगंबर मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन को शहीद कर दिया गया था। (भाषा)