Madhavi Raje scindia passes away: ग्वालियर राजघराने की राजमाता और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का बुधवार को निधन हो गया है। जानते हैं आखिर कितनी बडी शख्सियत थीं माधवी राजे सिंधिया और उनके दादा किस देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं।
नेपाल के पीएम थे दादा: दरअसल, माधवी राजे सिंधिया नेपाल के राणा राजवंश की राजकुमारी थीं। उनके दादा और राजवंश के प्रमुख जुद्ध शमशेर जंग बहादुर राणा नेपाल के प्रधानमंत्री भी रहे थे।
ट्रेन से गई थी बारात: ग्वालियर के तत्कालीन महाराज माधव राव सिंधिया के साथ माधवी राजे सिंधिया की शादी 8 मई 1966 को हुई थीं। उस समय इस शादी ने काफी चर्चाएं बटोरी थी। दरअसल महाराज माधव राव की बारात ग्वालियर से दिल्ली ट्रेन से गई थी। शादी से पहले उनका नाम किरण राज लक्ष्मी था, लेकिन ग्वालियर राजघराने की परंपरा के अनुसार शादी के बाद उन्हें माधवी राजे सिंधिया नाम दिया गया। माधव राव सिंधिया के निधन के बाद वह ग्वालियर राजघराने की सबसे सीनियर सदस्य थीं।
क्यों बदला नाम : बता दें कि मराठी परंपरा के अनुसार शादी के बाद उनका नाम बदल गया और उनका नया नाम माधवी राजे सिंधिया हो गया। पहले उन्हें महारानी कहा जाता था। लेकिन, माधवराव के निधन के बाद उन्हें राजमाता कहा जाने लगा। माधवी राजे के पति पूर्व केंद्रीय मंत्री माधव राव सिंधिया का 30 सितम्बर 2001 को यूपी के मैनपुरी के पास विमान हादसे में निधन हुआ था। उस समय उनकी उम्र महज 56 साल थी।
प्रियदर्शनी राजे ने दिया साथ : लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य और उनके बेटे महाआर्यमान गुना-शिवपुरी में प्रचार कर रहे थे, ठीक इसी वक्त ज्योतिरादित्य की पत्नी प्रियदर्शनी राजे दिल्ली लौट आई। वे पूरे समय राजमाता के साथ रहीं। खुद प्रियदर्शनी राजे का जन्म गायकवाड़ मराठा राजघराने में हुआ था। उनके पिता कुंवर संग्राम सिंह के तीसरे बेटे थे। प्रियदर्शनी की मां नेपाल से ताल्लुक रखती थी। प्रियदर्शनी का विवाह 12 दिसम्बर 1994 को ज्योतिरादित्य सिंधिया से हुआ था। माधवराव सिंधिया की मौत के बाद ज्योतिरादित्य राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं। बता दें कि वे कांग्रेस में थे, बाद में उन्होंने भाजपा ज्वॉइन की।
16 मई को होगा अंतिम संस्कार: उनका पार्थिव शरीर दिल्ली में मंत्री सिंधिया के आवास पहुंच गया है। यहां पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनका परिवार घर में मौजूद है। उनका अंतिम संस्कार ग्वालियर में कल यानी 16 मई को शाम 4 से 5 बजे के आसपास होगा।
Edited by Navin Rangiyal