महाराष्ट्र में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद तेजी से बदलते घटनाक्रम में डिप्टी सीएम अजित पवार ने इस्तीफा दे दिया है और कुछ ही देर में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी इस्तीफा दे सकते है। फ्लोर टेस्ट से पहले महाराष्ट्र में सियासी पारा पूरे उफान पर है। अजित पवार के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की अटकलें भी तेज हो गई है। महाराष्ट्र में बदलते सियासी समीकरण में भाजपा पूरी तरह अकेले पड़ चुकी है।
महाराष्ट्र विधानसभा के वर्तमान सियासी समीकरण को देखे तो फ्लोर टेस्ट में नंबर गेम में भाजपा पिछड़ती हुई दिखाई दे रही है। सदन में भाजपा के विधायकों की संख्या 105 है और उसको बहुमत के लिए 40 और विधायकों का समर्थन चाहिए। भाजपा ने एनसीपी नेता अजित पवार के जिस समर्थन के भरोसे सरकार बनाई थी अब उन्होंने ने ही साथ छोड़ दिया है। ऐसे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के समाने अब बहुत अधिक रास्ते नहीं बचे है।
इस बीच दिल्ली में बदलते हुए घटनाक्रम को लेकर भाजपा की उच्चस्तरीय बैठक हुई जिमसें पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा के बीच एक बैठक हुई है जिसमें यह माना जा रहा है कि महाराष्ट्र के घटनाक्रम पर विस्तार से चर्चा हुई और इसके बाद ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस्तीफा देने का एलान कर सकते है।
वेबदुनिया ने पहले ही अपनी खबर में बताया था कि किस तरह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पवार पॉलिटिक्स के फेर में फंस गए है और उनके सामने अब रास्ते बहुत नहीं बचे है। महाराष्ट्र की राजनीति के जानकार कहते हैं कि महाराष्ट में शह और मात के खेल में अब पवार पॉलिटिक्स भाजपा पर भारी पड़ गई है।