Mahua Moitra news in hindi : तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि पैसे लेकर सवाल पूछने से संबंधित आरोपों को लेकर लोकसभा की आचार समिति के समक्ष पेशी के दौरान उन्हें अपमानजनक सवालों का सामना करना पड़ा। उन्होंने विरोधस्वरूप बहिर्गमन करने वाले विपक्षी सांसदों के प्रति आभार भी व्यक्त किया।
टीएमसी सांसद ने पीटीआई-भाषा को दिए साक्षात्कार में कहा कि उनसे उनके निजी जीवन के बारे में अप्रासंगिक जानकारी मांगी गई। उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि वह किसी भी प्रासंगिक प्रश्न का उत्तर हलफनामे के माध्यम से देंगी।
उन्होंने कहा कि हालांकि नियम कहते हैं कि समिति की बैठक में क्या होता है, किसी को इसके बारे में बात नहीं करनी चाहिए, लेकिन वह ऐसा इसलिए कर रही हैं, क्योंकि उन्हें मुहावरे की भाषा में कहें तो वस्त्रहरण का सामना करना पड़ा।
महुआ ने कहा कि समिति के अध्यक्ष ने मेरे निजी जीवन के बारे में सबसे सस्ते अशोभनीय सवाल पूछने पर जोर दिया, जिसमें 'आप रात में किससे बात करती हैं, कितनी बार करती हैं, क्या आप मुझे कॉल विवरण दे सकती हैं', जैसे सवाल शामिल हैं।
टीएमसी सांसद ने कहा कि वह पूछ रहे थे कि 'क्या आप एक्स के साथ किसी होटल में गई थीं... क्या आप लोग वहां रुके थे', 'पिछले पांच साल में आपने क्या किया। फिर उन्होंने पूछा, 'आप अमुक को अपना प्रिय दोस्त कहती हैं, क्या उसकी पत्नी को इस बारे में पता है'.... क्या चल रहा है? उन्हें (अध्यक्ष को) बार-बार चेतावनी दी गई थी।
महुआ ने कहा कि केवल अध्यक्ष सवाल कर रहे थे और समिति में भाजपा सदस्यों का व्यवहार 'ठीक' था, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा। विपक्ष के 5 सदस्यों ने जोरदार विरोध किया और (अध्यक्ष से) कहा कि 'आप ऐसा नहीं कर सकते, लेकिन वह नहीं रुके। अध्यक्ष एक सूची पढ़कर सवाल पूछ रहे थे। यह बहुत मूर्खतापूर्ण है... यह बेहद हास्यास्पद है।
महुआ ने कहा कि समिति के (11 उपस्थित) सदस्यों में से 5 सदस्य उसके अध्यक्ष के व्यवहार का विरोध करते हुए बहिर्गमन कर गए। यह नाम की आचार समिति है, यह संभवतः सबसे अनैतिक पेशी थी। समिति के अध्यक्ष पहले से लिखी पटकथा लेकर आए थे, जिसे वह पढ़ रहे थे। इसमें मेरे निजी जीवन के बारे में सबसे घृणित, आक्रामक, निजी विवरण थे, जिसका पेशी से कोई लेना-देना नहीं था।
महुआ पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर संसद में सवाल पूछने का आरोप है। भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को 15 अक्टूबर को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया था कि महुआ द्वारा लोकसभा में हाल के दिनों तक पूछे गए 61 प्रश्नों में से 50 प्रश्न अडाणी समूह पर केंद्रित थे। उन्होंने शिकायत में कहा है कि किसी समय महुआ के करीबी रहे देहाद्रई ने उनके और कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के बीच अडाणी समूह तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधने के लिए रिश्वत के लेन-देन के ऐसे साक्ष्य साझा किए हैं, जिन्हें खारिज नहीं किया जा सकता। दुबे की शिकायत को लोकसभा अध्यक्ष ने आचार समिति के पास भेज दिया था।